Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Building Collapse महाराष्ट्र और दिल्ली में इमारत ढहने की घटनाएं, एक की मौत, कई सुरक्षित निकाले गए

Building Collapse  देश के दो बड़े महानगरों में सोमवार देर रात इमारत ढहने की घटनाओं ने फिर से भवन सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। महाराष्ट्र के ठाणे में इमारत का हिस्सा गिरने से एक महिला की मौत हो...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में चार मंजिला इमारत ढहने के बाद घटनास्थल पर तैनात पुलिसकर्मी। -प्रेट्र
Advertisement

Building Collapse  देश के दो बड़े महानगरों में सोमवार देर रात इमारत ढहने की घटनाओं ने फिर से भवन सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। महाराष्ट्र के ठाणे में इमारत का हिस्सा गिरने से एक महिला की मौत हो गई और उसकी बहू घायल हो गई, वहीं उत्तरी दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में चार मंजिला इमारत ढह गई, हालांकि उसमें कोई हताहत नहीं हुआ।

ठाणे हादसा : महिला की मौत, बहू घायल

ठाणे महानगरपालिका के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख यासीन तड़वी ने बताया कि यह हादसा मुंब्रा क्षेत्र के दौलत नगर स्थित लकी कंपाउंड की डी-विंग इमारत में आधी रात करीब 12 बजकर 36 मिनट पर हुआ। चार मंजिला इमारत के एक फ्लैट की दीवार का हिस्सा सड़क से गुजर रही दो महिलाओं पर गिर पड़ा।

Advertisement

इसमें 62 वर्षीय नाहिद जैनुद्दीन जमाली की मौत हो गई, जबकि उनकी बहू इल्मा जेहरा जमाली (26) गंभीर रूप से घायल हुईं और फिलहाल अस्पताल में इलाजरत हैं। यह इमारत लगभग 25 साल पुरानी है और इसे पहले ही ‘सी2बी’ श्रेणी में खतरनाक घोषित किया गया था। हादसे के बाद सभी घर खाली कराए गए और परिसर सील कर दिया गया।

गौरतलब है कि लकी कंपाउंड पहले भी एक भीषण त्रासदी का गवाह रह चुका है। अप्रैल 2013 में यहां की एक इमारत ढहने से 74 लोगों की मौत हो गई थी और 60 से अधिक लोग घायल हुए थे।

दिल्ली हादसा : इमारत पहले से खाली कराई गई थी

दूसरी ओर, उत्तरी दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में पंजाबी बस्ती की एक चार मंजिला इमारत सोमवार रात लगभग तीन बजकर पांच मिनट पर अचानक ढह गई। दिल्ली अग्निशमन सेवा के अनुसार, दिल्ली नगर निगम ने पहले ही इस इमारत को असुरक्षित घोषित कर दिया था, इसलिए हादसे के समय इसमें कोई नहीं था।

दमकल विभाग की पांच गाड़ियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। इस दौरान बगल की इमारत में फंसे 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हादसे के वक्त इलाके में जोरदार धमाका हुआ, लेकिन समय रहते इमारत खाली कराए जाने से बड़ा नुकसान टल गया। ठाणे और दिल्ली की ये घटनाएं एक बार फिर शहरी क्षेत्रों में पुरानी और जर्जर इमारतों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।

Advertisement
×