BPL Card Scam : हरियाणा में बीपीएल कार्ड घोटाला, चुनाव आयोग ले संज्ञान : सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 8 जुलाई।
रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में बीपीएल कार्ड में बड़ा घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय जल्दीबाजी में वोटरों को प्रलोभन देने के लिए गलत बीपीएल कार्ड बनाए। अब गलत ढंग से पात्र लोगों के बीपीएल कार्ड काटे जा रहे हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से बीपीएल कार्ड घोटाले का संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की मांग की।
दीपेंद्र ने कहा कि हरियाणा में चुनाव से पूर्व बीपीएल कार्डों की संख्या 27 लाख थी। उन्हें करीब 75 प्रतिशत बढ़ाकर लोकसभा चुनाव तक 45 लाख कर दी गई। विधानसभा चुनाव तक यह संख्या 51.09 लाख हो गई। लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच करीब 5-6 महीने में ही साढ़े 5 लाख से अधिक नए बीपीएल कार्ड बने। खासकर जुलाई और अक्टूबर के बीच ही 4.84 लाख नए बीपीएल कार्ड बने। अब उसी रफ्तार से ये बीपीएल कार्ड काटे जा रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में केवल 22 हजार वोटों के अंतर से सरकार बनाने का फैसला हुआ, ऐसे में स्पष्ट है कि चुनाव के समय राजनीतिक लाभ के लिए जनता को प्रलोभन दिया गया। बीजेपी सरकार इस बात को स्वीकारे कि उसने मतदाताओं से धोखा करके सरकार बनाई और दूसरे तरीके से लोगों का वोट खरीदा गया।
उन्होंने प्रदेश में लाखों की संख्या में हर महीने कट रहे बीपीएल परिवारों के राशन कार्ड की खबरों पर हैरानी जताते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने लोगों को बीपीएल श्रेणी का लाभ देने के लिए ये कार्ड नहीं बनाए थे, बल्कि वोटरों को प्रलोभन देकर वोट लूटने के लिए और चुनाव को प्रभावित करने के लिए ये कार्ड बनाए गए। अब चुनाव के बाद बीते 3 महीनों में ही 6 लाख 36 हजार 136 परिवारों के बीपीएल कार्ड काटकर प्रति कार्ड 4 सदस्य की गणना के हिसाब से करीब 25,44,544 लोगों को गरीब की श्रेणी से बाहर कर दिया है।
दीपेंद्र ने कहा कि हरियाणा की बीजेपी सरकार गरीबी नहीं, गरीबों को ही मिटा रही है। गरीबी कम करने का बीजेपी सरकार का यह तरीका किसी सूरत में सही नहीं कहा जा सकता। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अनेक जगहों से शिकायतें आ रही हैं कि उनकी फैमिली आईडी में गलत तरीके से 4 पहिया वाहन रजिस्टर करके राशन कार्ड काट दिया गया। पीपीपी (परिवार पहचान पत्र) में फर्जीवाड़े ने हरियाणा के आमजन का भरोसा इस सरकार से पूरी तरह खत्म कर दिया है।