रिश्तों पर सरहद का बंधन, कोई इधर-कोई उधर
दिनेश भारद्वाज/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 25 अप्रैल
पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के भारत सरकार के आदेश के दूसरे दिन शुक्रवार को अमृतसर में अटारी बाॅर्डर पर दिनभर गहमा-गहमी का माहौल रहा। कई पाकिस्तानी नागरिकों ने अपने देश वापस जाने के दौरान काफी हंगामा किया। बाॅर्डर पर जांच के दौरान पता चला कि कई की वीजा अवधि समाप्त हो चुकी थी। अटारी बाॅर्डर पर करीब 12 महिलाएं ऐसी पहुंचीं, जिनका मायका भारत में है और शादी पाकिस्तान में हुई है। लेकिन पाकिस्तान की नागरिकता उनको नहीं मिली है। भारतीय पासपोर्ट वालों को पाक नहीं जाने दिया गया।
राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली अफसीन जहांगीर के अनुसार उनकी शादी कराची में हुई और बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं। बच्चों को तो बॉर्डर पार कर जाने दिया गया, लेकिन उन्हें रोक दिया गया। दिल्ली की अरूदा की शादी 20 साल पहले पाकिस्तान में हुई थी। उनके दो बच्चे हैं, जो पाकिस्तानी नागरिक हैं। अरूदा ने बताया कि वह एक महीने के लिए अपने मां-बाप से मिलने भारत आई थी। 27 तारीख की वापसी का टिकट था, लेकिन हालात देखकर चार दिन पहले ही निकलने की कोशिश की, लेकिन आज बॉर्डर पर रोक दिया गया। वही, शनिजा की शादी 15 साल पहले कराची में हुई थी। वह दिल्ली अपने माता-पिता से मिलने आई थीं, लेकिन अाज पाकिस्तान लौटने के दौरान उन्हें अटारी बाॅर्डर पर रोक लिया गया। शनिजा के अनुसार वह बृहस्पतिवार रात से बार्डर पर बैठी हैं और शौहर वाघा बॉर्डर के उस पार कल से इंतजार कर रहे हैं।