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Border Diispute : चीन के साथ सीमा विवाद सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौती : बोले- प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान

बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में चलाया गया था ‘ऑपरेशन सिंदूर'
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प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान ने कहा कि चीन के साथ अनसुलझा सीमा विवाद भारत की सबसे बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती है। पाकिस्तान द्वारा चलाया जा रहा 'छद्म युद्ध' व 'हजारों जख्मों से भारत को लहूलुहान करने' की उसकी नीति दूसरी सबसे गंभीर चुनौती है।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीडीएस जनरल चौहान ने क्षेत्रीय अस्थिरता व उसके भारत पर प्रभाव को तीसरी बड़ी चुनौती के रूप में और तेजी से बदलते चुनौतीपूर्ण माहौल में उच्च प्रौद्योगिकी से युक्त भविष्य के युद्धक्षेत्र परिदृश्यों से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों को चौथी बड़ी चुनौती के रूप में चिन्हित किया।

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चौहान ने कहा कि परमाणु हथियारों से लैस दो दुश्मनों से उत्पन्न खतरों से निपटना भारत के सामने एक और बड़ी चुनौती है, क्योंकि उसे किसी भी तरह के पारंपरिक युद्ध के लिए तैयार रहना होगा। सशस्त्र बलों को ‘ऑपरेशन सिंदूर' चलाने के लिए पूरी स्वतंत्रता दी गई थी।

इसका उद्देश्य न केवल पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेना था, बल्कि सीमा पार आतंकवाद पर एक ‘‘लक्ष्मण रेखा'' भी खींचना था। जम्मू कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर' चलाया गया था। इसमें पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।

‘ऑपरेशन सिंदूर' पर अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में, सीडीएस ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने सेना को मार्गदर्शन प्रदान करने के संदर्भ में ‘ऑपरेशन सिंदूर' की योजना बनाने और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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