जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाने में धमाका, 9 की मौत, घटना के वक्त हरियाणा में बरामद विस्फोटकों की जांच कर रही थी टीम
Nowgam Blast: यह सामग्री ‘सफेदपोश’ आतंकवादी मॉड्यूल से जुड़ी जांच का हिस्सा थी
Nowgam Blast: श्रीनगर के बाहरी इलाके में स्थित नौगाम पुलिस थाने में शुक्रवार देर रात हुए एक आकस्मिक विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों के अनुसार, विस्फोट उस समय हुआ जब पुलिसकर्मी हरियाणा के फरीदाबाद से जब्त किए गए विस्फोटक पदार्थ के नमूने ले रहे थे। यह सामग्री ‘सफेदपोश’ आतंकवादी मॉड्यूल से जुड़ी जांच का हिस्सा थी।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में अधिकांश पुलिसकर्मी और फोरेंसिक अधिकारी शामिल हैं। घटना के बाद अब तक आठ शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि घायलों को श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि यह विस्फोट गिरफ्तार चिकित्सक मुजम्मिल गनई के किराए के मकान से बरामद किए गए 360 किलोग्राम विस्फोटक के नमूने लेते समय हुआ।
विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि वहां मौजूद वाहन और पुलिस स्टेशन का बड़ा हिस्सा आग की चपेट में आ गया। बम निरोधक दस्ते को भी लगातार हो रहे छोटे विस्फोटों के कारण बचाव अभियान में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
इस मॉड्यूल का पर्दाफाश अक्टूबर में तब हुआ था जब नौगाम के बनपोरा क्षेत्र में सुरक्षा बलों को धमकी देने वाले जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाए गए थे। सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच के बाद तीन स्थानीय युवकों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी निशानदेही पर शोपियां के मौलवी इरफान अहमद और फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी के दो डॉक्टरों डॉ. मुजम्मिल गनई और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया गया। विश्वविद्यालय परिसर से अमोनियम नाइट्रेट, पोटेशियम नाइट्रेट और सल्फर सहित बड़ी मात्रा में रसायन बरामद किए गए।
जांच एजेंसियों के अनुसार, यह मॉड्यूल डॉक्टरों की एक तिकड़ी द्वारा संचालित किया जा रहा था, जिसमें मुजम्मिल गनई (गिरफ्तार), उमर नबी (लाल किला धमाका मामले से जुड़ा) और फरार मुजफ्फर राठेर शामिल हैं। फरार आरोपी के भाई डॉ. अदील राठेर की भूमिका की भी जांच जारी है। उसके पास से एक एके-56 राइफल भी जब्त की गई है।

