BJP vs Congress : राहुल गांधी का भ्रष्टाचार पर ज्ञान चोरी की चौकीदारी वाली बात... भाजपा ने कांग्रेस पर कसा तंज
BJP vs Congress : असम में कांग्रेस के सत्ता में आने पर भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को जेल भेज देने के दावे को लेकर राहुल गांधी की तीखी आलोचना करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भ्रष्टाचार के बारे में कांग्रेस नेता का बात करना ऐसा लग रहा है जैसे कि चोर चौकीदारी की बात करे।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने गांधी पर कांग्रेस की लगातार चुनावी हार के बहाने ढूंढने की कोशिश में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गांधी खुद भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और जमानत पर हैं। उनका इशारा नेशनल हेराल्ड मामले की ओर था। इस्लाम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह खुद को राजा समझते हैं लेकिन लोगों ने उन्हें तीन बार खारिज कर दिया है और भ्रष्टाचार तथा अराजकता पर आधारित उनके मॉडल को बार-बार अस्वीकार किया है।''
एक दिन पहले गांधी ने असम में यह बयान देकर हलचल मचा दी थी कि कांग्रेस अगले साल विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल करेगी तथा पार्टी कार्यकर्ता शर्मा को जेल भेज देंगे। इस्लाम ने कहा, ‘‘यह तो ऐसा ही है जैसे चोर चौकीदार की बात करे।'' भाजपा नेता ने कांग्रेस नेता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शर्मा एक लोकप्रिय निर्वाचित नेता हैं जिनके सुशासन पर राज्य के मतदाताओं ने मुहर लगायी। इस्लाम ने कहा कि शर्मा गांधी की सदाशयता के कारण नहीं जीते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि गांधी और ‘इंडिया' गठबंधन में राजद के तेजस्वी यादव समेत अन्य नेता बिहार में मतदाता सूची के निर्वाचन आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को निशाना बनाकर अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गांधी अब असम में अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता चुनावों में अपनी पार्टी की हार के बहाने ढूंढते रहते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस जहां कभी भी सत्ता में है वहां गांधी का शासन मॉडल विफल रहा है। इस्लाम ने दावा किया कि कांग्रेस कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों में अपने वादे पूरे करने में विफल रही है। इस्लाम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की घोषणा का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा तोहफ़ा है और जनता की आवाज सुनने वाली सरकार का एक उदाहरण है।