भारत-पाक मैच के बहाने सरकार पर निशाना साधने वाले उद्धव को BJP ने घेरा, गठबंधन को लेकर खड़े किए सवाल
भाजपा ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच के बहिष्कार के शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे के आह्वान को उनका ‘पाखंड' करार देते हुए कांग्रेस के साथ उनके गठबंधन को लेकर रविवार के सवाल खड़े किए।
भाजपा ने पड़ोसी देश को अतीत में कथित तौर पर बढ़ावा देने वाली कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर ठाकरे पर निशाना साधा। एशिया कप में भारत और पाकिस्तान रविवार शाम दुबई में आमने-सामने होंगे। मई में सीमा संघर्ष बढ़ने के बाद से दोनों टीमों के बीच यह पहला मैच होगा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को एक आंतकवादी हमले में 26 पर्यटकों के मारे जाने के बाद भारत ने मई में पाकिस्तान में आतंकी ढांचों पर हमले किए थे। सरकार की नई खेल नीति के अनुसार, भारत, पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय मुकाबले नहीं खेलेगा, लेकिन मौजूदा एशिया कप और आईसीसी के अन्य बहुपक्षीय टूर्नामेंट में पड़ोसी मुल्क के साथ मैच खेल सकता है।
भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा कि देशभक्ति के नाम पर व्यापार करने का पार्टी पर आरोप लगाने वाले ठाकरे को जवाब देना चाहिए कि क्या ‘मुंबईवासियों का सिंदूर' उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजे गए सिंदूर से कम है। उपाध्याय ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि 26 नवंबर, 2008 के हमलों के बाद भारतीय सेना तैयार थी, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस डर गए, जिससे पाकिस्तान का हौसला बढ़ गया।
आज, वही कांग्रेस उद्धव ठाकरे की सबसे पसंदीदा पार्टी बन गई है, जबकि उन्हें पाकिस्तान को उसकी सरजमीं पर सबक सिखाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अस्वीकार्य हैं। ठाकरे ने शनिवार को मुंबई में कहा था कि दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच राष्ट्रीय भावनाओं का अपमान है। उन्होंने लोगों से मैच न देखने की अपील की और कहा कि उनकी पार्टी की महिला कार्यकर्ता सिंदूर इकट्ठा कर प्रधानमंत्री कार्यालय भेजेंगी।