भोपाल, 19 अक्तूबर (एजेंसी)
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की मंत्री इमरती देवी को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा ‘आइटम’ कहे जाने पर उनकी आलोचना करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने ओछे बयान से कांग्रेस की विकृत मानसिकता का फिर परिचय दिया है। कमलनाथ की उक्त टिप्पणी के प्रति विरोध जताने एवं इस संबंध में जनजागरण के लिए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में सोमवार सुबह 10 बजे से धरने पर बैठकर 2 घंटे का मौन व्रत शुरू किया। इमरती देवी के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश राजे के प्रचार के दौरान कमलनाथ ने रविवार को कहा था, ‘…क्या है उसका नाम?’ इसी बीच वहां मौजूद जनता जोर-जोर से ‘इमरती देवी’, ‘इमरती देवी’ कहने लगी।’ इसके बाद कमलनाथ ने हंसते हुए कहा, ‘मैं क्या उसका नाम लूं। आप तो उसे ज्यादा पहचानते हैं। आपको तो मुझे पहले ही सावधान कर देना चाहिए था। ये क्या आइटम है?’
फूट-फूट कर रोईं इमरती देवी
इस बीच कमलनाथ द्वारा ‘आइटम’ कहे जाने पर इमरती देवी सोमवार को फूट-फूट कर रोईं। उनके रोने का वीडियो स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर दिखाई देने के साथ ही सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है। जो वीडियो चल रहा है, वह एक निजी समाचार चैनल पर सोमवार के एक कार्यक्रम का है। इससे पहले, रविवार रात इमरती ने डबरा में मीडिया से कहा, ‘आइटम’ क्या होता है? वो तो ये ही जवाब दे दें कि आइटम होता क्या है…? ऐसे लोगों को मध्य प्रदेश में रहने को कोई हक नहीं है। वह बंगाल से आया है। मध्य प्रदेश में मां-बेटियों को लक्ष्मी के रूप में माना जाता है और आज वह मध्य प्रदेश की सारी लक्ष्मियों को गाली दे रहा है।…मैं तो कमलनाथ को भाई समझती थी, लेकिन वह तो राक्षस है।’
महिला आयोग का निर्वाचन आयोग को पत्र
नयी दिल्ली : राष्ट्रीय महिला आयोग ने कमलनाथ की ‘आइटम‘ वाली टिप्प्णी पर सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर जरूरी कार्रवाई की मांग की। आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस मामले में कमलनाथ से जवाब मांगा गया है। इससे पूर्व महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा था कि आयोग कमलनाथ को नोटिस भेज रहा है और चुनाव आयोग को भी पत्र लिख रहा है।