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भाजपा ने कैसरगंज से बृजभूषण के बेटे करण को मैदान में उतारा

साक्षी मलिक बोलीं, भारत की बेटियां हार गईं
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अदिति टंडन/ट्रिन्यू

नयी दिल्ली, 2 मई

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भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण को भाजपा ने कैसरगंज से मैदान में उतार दिया है। बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने और पिछले साल व्यापक धरना-प्रदर्शन वाली महिला पहलवानों ने इस फैसले पर नाखुशी जाहिर की है। ओलंपिक पदक जीतने वाली भारत की पहली और एकमात्र महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, 'भारत की बेटियां हार गई हैं, बृज भूषण सिंह जीत गए हैं।'

साक्षी, उन शीर्ष पहलवानों में से एक, जो सिंह के खिलाफ आंदोलन करने के लिए 2023 की शुरुआत में जंतर मंतर पर एकत्र हुए थे। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'हमने अपने करियर को खतरे में डाला, सड़कों पर सोए लेकिन बृजभूषण को कभी गिरफ्तार नहीं किया गया। गिरफ्तारी की बात तो दूर, बृजभूषण के बेटे को अब लोकसभा का टिकट दिया गया है, जो भारत की बेटियों का मनोबल गिराएगा। देश की सरकार एक व्यक्ति के सामने इतनी शक्तिहीन कैसे है?'

बृजभूषण अतीत में सपा सांसद रहे हैं। वह बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आरोपियों में से थे, लेकिन 2020 में आरोपों से बरी कर दिए गए। बृजभूषण के दूसरे बेटे प्रतीक उत्तर प्रदेश के गोंडा से मौजूदा विधायक हैं और उनकी पत्नी पूर्व सांसद हैं। भाजपा सूत्रों का कहना है कि वह खुद चुनाव लड़ना चाहते थे और उन्होंने प्रचार भी शुरू कर दिया था।

रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह मैदान में

पार्टी ने गांधी परिवार के गढ़ रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लगातार पांच बार जीत दर्ज की है। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह 2019 में भी रायबरेली से भाजपा के उम्मीदवार थे। हालांकि वह हार गए थे।

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