नयी दिल्ली, 17 मार्च (एजेंसी)
चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की रजिस्ट्री से 16 मार्च को मिला चुनावी बॉन्ड का नया डेटा रविवार को अपनी वेबसाइट पर सार्वजनक कर दिया। यह डेटा आयोग ने सीलबंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट को सौंपा था। अदालत ने आयोग से यह डेटा सार्वजनिक करने के लिए कहा था। यह 523 मान्यता प्राप्त और गैर-मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की ओर से दी गई जानकारी पर आधारित है। इसके अनुसार, चुनावी बॉन्ड के शीर्ष खरीदार ‘फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज’ ने तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके को 509 करोड़ रुपये का दान दिया।
डीएमके द्वारा बताए गए 656.5 करोड़ रुपये में से ‘फ्यूचर गेमिंग’ द्वारा दिया गया दान 77 प्रतिशत से अधिक है। इस कंपनी के मालिक, लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन हैं, जो ईडी की जांच के दायरे में हैं। अधिकांश राजनीतिक दलों ने दानदाताओं के नामों का खुलासा नहीं किया है, इसलिए यह ज्ञात नहीं है कि ‘फ्यूचर गेमिंग’ द्वारा खरीदे गए शेष 859 करोड़ रुपये के बॉन्ड के लाभार्थी कौन हैं।
पिछले दिनों निर्वाचन आयोग सार्वजनिक किया गया डेटा एसबीआई द्वारा दी गई जानकारी पर आधारित था। नये डेटा के अनुसार, भाजपा को चुनावी बॉन्ड से सबसे अधिक 6,986.5 करोड़ रुपये मिले। फ्यूचर गेमिंग के 1368 करोड़ रुपयों में लगभग 37 प्रतिशत डीएमके को गया। डीएमके को मेघा इंजीनियरिंग से 105 करोड़ और सन टीवी से 100 करोड़ रुपये मिले। नयी जानकारी पिछले साल नवंबर में राजनीतिक दलों द्वारा 2018 की शुरुआत में चुनावी बॉन्ड योजना शुरू होने के बाद से उनके द्वारा भुनाए गए बॉन्ड पर दी गई घोषणाओं पर आधारित है।
भाजपा, कांग्रेस ने नहीं किया दानदाताओं का खुलासा
डीएमके ने अपने दानदाताओं की पहचान का खुलासा किया है। भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल और आप जैसे प्रमुख दलों ने निर्वाचन आयोग को दानदाओं और उनसे मिले चंदे सहित अन्य विवरणों का खुलासा नहीं किया है। माकपा ने घोषणा की थी कि वह चुनावी बॉन्ड के माध्यम से धन नहीं लेगी, जबकि एआईएमआईएम, इनेलो और बसपा ने कोई रकम प्राप्त नहीं करने की जानकारी दी है।
कितना दान मिला
टीएमसी 1397
कांग्रेस 1334
बीआरएस 1322
बीजद 944.5
डीएमके 656.5
वाईएसआर 442.8
जद (एस) 89.75
टीडीपी 181.35
शिवसेना 60.4
राजद 56
सपा 14.05
अकाली दल 7.26
अन्नाद्रमुक 6.05
(राशि करोड़ रुपये में)
काला धन भाजपा के खातों में : कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार पर चुनावी बॉन्ड योजना से भाजपा के खातों में काला धन भेजने की साजिश रचने और लाभ लेकर फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि चुनावी बॉन्ड घोटाले को लेकर पीएम मोदी और शाह जवाबदेह हैं।
समय बताएगा फायदा : आरएसएस
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि चुनावी बॉन्ड एक प्रयोग है और वक्त आने पर पता चलेगा कि यह कितना फायदेमंद और प्रभावी रहा। उन्होंने कहा, जब भी कोई बदलाव होता है तो सवाल उठाते हैं। ईवीएम पर भी सवाल उठाए गए थे।’