मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

हरियाणा में GST Reform पर BJP ने बनाई प्रदेश स्तरीय समिति, किरण चौधरी करेंगी नेतृत्व

GST Reform: जीएसटी में हुए बदलावों को जन-जन तक पहुंचाएगी भाजपा
Advertisement

GST Reform:  त्यौहारों से ठीक पहले हरियाणा बीजेपी ने बड़ा राजनीतिक दांव चला है। प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने "नेक्स्ट-जन जीएसटी रिफार्म’ के लिए प्रदेश स्तरीय समिति का गठन कर दिया है। भाजपा का दावा है कि यह समिति प्रदेशभर में जीएसटी सुधारों पर जागरूकता फैलाएगी और लोगों को बताएगी कि केंद्र सरकार की टैक्स नीतियों से कैसे गरीब और आम वर्ग को सीधी राहत मिली है।

भाजपा ने समिति में संतुलन साधने की कोशिश की है। राज्यसभा सांसद किरण चौधरी को कमेटी में प्रमुख चेहरा बनाया गया है। यमुनानगर विधायक घनश्यामदास अरोड़ा को शामिल कर व्यापारिक वर्ग तक संदेश देने की कोशिश की गई है। पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल और पूर्व मंत्री असीम गोयल को जोड़कर अनुभव और विश्वसनीयता को तरजीह दी गई है। पूर्व प्रदेश सचिव जवाहर सैनी और सीए सेल संयोजक नितिन बंसल को भी जगह देकर संगठन और प्रोफेशनल तबके को साधा है।

Advertisement

भाजपा अध्यक्ष बड़ौली का कहना है कि समिति आने वाले दिनों में जिला स्तर तक कार्यक्रम करेगी और व्यापारी, किसान व आम जनता को बताएगी कि जीएसटी रिफार्म से उनकी जेब कैसे हल्की नहीं बल्कि भारी हो रही है। समिति आने वाले दिनों में हर जिले में कार्यशालाएं, व्यापारी सम्मेलन और जनसंवाद कार्यक्रम करेगी। पार्टी का फोकस यह साबित करने पर होगा कि भाजपा सरकार केवल बड़े उद्योगपतियों के लिए नहीं, बल्कि छोटे दुकानदारों, किसानों और गरीब परिवारों के लिए भी राहत लेकर आई है।

बता दें, जीएसटी काउंसिल के फैसले से चावल, आटा, दाल और दूध जैसी वस्तुओं पर टैक्स कम होगा। मिठाइयों और पैक्ड फूड प्रोडक्ट्स पर टैक्स दरों में कमी की गई है। सैनिटरी नैपकिन और बच्चों के उपयोग की चीजों पर टैक्स कम हुआ है।

कमेटी के सियासी मायने भी

बीजेपी ने यह कदम केवल आर्थिक सुधार के लिए नहीं उठाया है, बल्कि इसके पीछे साफ-साफ राजनीतिक रणनीति भी है। त्यौहारी सीजन में जब बाजारों में चहल-पहल बढ़ती है, तब टैक्स राहत का संदेश जनता के बीच तेजी से जाता है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने पर कहा, "विपक्ष जीएसटी को बोझ बताता रहा, लेकिन अब हम इसे जनता के लिए राहत का करार साबित करेंगे।’ भाजपा की नजर गरीब, मध्यम वर्गीय व व्यापारिक वोट बैंक पर है। पार्टी मानती है कि यदि जीएसटी सुधारों को सही ढंग से जनता तक पहुंचाया गया तो विपक्ष की आलोचना फीकी पड़ जाएगी।

Advertisement
Tags :
जीएसटी रिफार्मजीएसटी रिफार्म कमेटीहरियाणा भाजपाहरियाणा समाचारहिंदी समाचार
Show comments