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व्यापार, निवेश बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय संबंध अधिक महत्वपूर्ण : सीतारमण

नयी दिल्ली, 27 फरवरी (एजेंसी) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को बीएस (बिजनेस स्टैंडर्ड) मंथन में कहा है कि भारत को व्यापार, निवेश व रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अपने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की जरूरत है।...
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नयी दिल्ली, 27 फरवरी (एजेंसी)

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को बीएस (बिजनेस स्टैंडर्ड) मंथन में कहा है कि भारत को व्यापार, निवेश व रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए अपने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दिलचस्प लेकिन चुनौतीपूर्ण समय है और सरकार देश को आगे बढ़ाने व वैश्विक वृद्धि का इंजन बनाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंध अब एजेंडा में शीर्ष पर है। वैश्विक व्यापार आज पूरी तरह बदल रहा है और जिन शर्तों और संदर्भों के साथ हम सभी व्यापार करते थे, विश्व व्यापार संगठन में ऐसा किसी प्रकार का सहारा (संस्था) अब उपलब्ध नहीं है। प्रत्येक देश चाहता है कि उसके साथ विशेष व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा, कि यदि विश्व व्यापार संगठन कमजोर हो रहा है या बहुपक्षीय संस्थाएं प्रभावी नहीं रही हैं तो व्यापार के संदर्भ में द्विपक्षीय व्यवस्थाएं ही जरूरत बन जाएंगी। उन्होंने कहा कि भारत ने ब्रिटेन सहित कई देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापार वार्ता शुरू की है और अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते की योजना बना रहा है। भारत 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ के साथ भी मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा कर रहा है। सीतारमण ने कहा कि सरकार ऋण प्रबंधन और राजकोषीय विवेकशीलता बनाए रखने सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुधार जारी रखेगी। हालांकि यह केवल केंद्र का एजेंडा नहीं हो सकता, इसे हर राज्य सरकार को गंभीरता से लेना होगा।

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