Bihar Voter Row : तेजस्वी का बड़ा आरोप, कहा - जब देश मना रहा आजादी का जश्न, बिहार में वोट के लिए हो रही जंग
Bihar Voter Raw : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को कहा कि यह "विडंबना" है कि जब देश स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, तब बिहार के लोग अपने मताधिकार की "रक्षा" के लिए संघर्ष कर रहे हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने एक भावुक "खुला पत्र" जारी करके लोगों से 'मतदाता अधिकार यात्रा' में भाग लेने का आग्रह किया, जिसकी शुरुआत 17 अगस्त को राहुल गांधी करेंगे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, “स्वाधीनता का मतलब क्या यही है कि हम अपने-अपने घरों पर तिरंगा लहरा दें? तानाशाही हमारा गला घोंटती रहे और हम देशभक्ति के गीत गाकर झूमते रहें। हास्यास्पद स्थिति में आज बिहार के लोगों को इस सत्ता और उनके पिट्ठुओं ने लाकर खड़ा कर दिया है।”
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में विसंगतियों का उल्लेख करते हुए यादव ने दावा किया कि “मृतकों के बजाय जीवित लोगों के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। सोचिएगा कि जो इंसान बिहार की वोटर लिस्ट में मर चुका है, आज वह अपने घर पर तिरंगा फहराते हुए कैसा महसूस कर रहा होगा? उसकी पीड़ा, उसके दर्द का हम और आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते।” इस हफ्ते की शुरुआत में मतदाता सूची के मसौदे में "मृत" घोषित किए गए कई लोगों को उच्चतम न्यायालय में पेश किया गया था, संयोग से उनमें से कम से कम दो लोग राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से थे, जिसका प्रतिनिधित्व यादव करते हैं।
उन्होंने कहा, “सत्ता में बैठे लोगों के दो-दो जगह वोट हैं, और एक ग़रीब को अपना एक वोट बनवाते हुए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।” उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल दलों के कम से कम चार प्रमुख नेताओं के पास एक से अधिक मतदाता पहचान पत्र पाए जाने तथा मतदाता सूची में उनके नाम दो बार दर्ज होने की ओर इशारा करते हुए यह बात कही। निर्वाचन आयोग ने भाजपा नेताओं विजय कुमार सिन्हा और निर्मला देवी, जदयू एमएलसी दिनेश सिंह और उनकी पत्नी वीणा देवी को नोटिस जारी किया है। वीणा देवी केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पार्टी की वैशाली से सांसद हैं।
यादव ने कहा, “बाढ़ में जिनके निवास बह चुके हैं, वो निवास प्रमाण पत्र नहीं दिखा पा रहे हैं और दूसरी तरफ़ कुत्ते-बिल्ली तक के निवास प्रमाण पत्र बना दिए जा रहे हैं।” गौरतलब है कि एसआईआर में निवास प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदनों की होड़ मची हुई है। कई जगहों पर, स्थानीय प्रशासन ने कुत्तों-बिल्लियों, यहां तक कि खराब ट्रैक्टरों और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर आवेदन करने वाले शरारती तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
यादव ने कहा, “हमें जरूरत है कमर कस लेने की। वरना ये लोकतंत्र के भाजपाई हत्यारे, बिहार के गरीबों, पिछड़ों, दलितों, शोषितों, वंचितों और मजदूरों के वोट को खा जाएंगे, उनके अधिकार को छीन लेंगे और फिर एक बार बिहार में तानाशाही के सामंती साम्राज्य की स्थापना करेंगे।”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “इसलिए सभी बिहारवासियों से आज स्वतंत्रता दिवस के दिन मैं तेजस्वी यादव ये अपील करता हूं कि बिहार में लोकतंत्र, संविधान और स्वाधीनता को बचाएं, घर से निकले आगे आएं। संविधान को नमन करें और शपथ लें कि मिलकर बिहार पर आए इस संकट का सामना करेंगे।”
उन्होंने लोगों से 'मतदाता अधिकार यात्रा' में हिस्सा लेने का आग्रह करते हुए कहा कि यह संदेश जोरदार और स्पष्ट रूप से दिया जाना चाहिए कि बिहारी "तानाशाही और विभाजनकारी ताकतों" के आगे एक इंच भी नहीं झुकेंगे। तेजस्वी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत इंडिया गठबंधन के दिग्गज नेताओं के साथ सासाराम में 15 दिन तक चलने वाली इस यात्रा के उद्घाटन समारोह में शामिल हो सकते हैं, जिसका समापन राज्य की राजधानी पटना में होगा।