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Bihar Vote Theft Row : कांग्रेस ने साधा बीजेपी पर निशाना, कहा - चुनावी संग्राम में 'वोट चोरी' का हथियार

भाजपा को लाभ पहुंचाने मप्र विधानसभा चुनाव में 27 से अधिक सीटों पर हुई 'वोट चोरी': कांग्रेस
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Bihar Vote Theft Row : मध्यप्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने मंगलवार को दावा किया कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कम से कम 27 सीट पर ‘वोट चोरी' की गई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को इसका ‘अनैतिक लाभ' पहुंचाया गया।

उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में डेटाबेस-आधारित ग्राफिक्स और आंकड़ों के जरिए यह दावा भी किया कि चुनाव से कुछ महीने पहले लाखों मतदाता जोड़े गए और जिन क्षेत्रों में कांग्रेस के उम्मीदवार कम अंतर से हारे, उनमें मतदाता वृद्धि हार के अंतर से बहुत अधिक पाई गई।

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उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश की 27 से अधिक सीट पर वोट चोरी हुई और भाजपा को अनैतिक लाभ देने के लिए ऐसा किया गया।'' सिंघार ने दावा किया कि पांच जनवरी से दो अगस्त 2023 के बीच सात माह में मध्यप्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या में लगभग 4.64 लाख की वृद्धि दर्ज हुई जबकि दो अगस्त से चार अक्टूबर के बीच महज दो महीने में अप्रत्याशित रूप से मतदाताओं में 16.05 लाख की वृद्धि दर्ज हुई।

उन्होंने कहा, ‘‘यानी प्रतिदिन 26,000 मतदाता जोड़े जा रहे थे। यह सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, यह लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई है।'' नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘राहुल गांधी द्वारा वोट चोरी के खुलासे ने देश को झकझोर दिया है। मध्यप्रदेश भी इस सुनियोजित चुनावी षड्यंत्र का बड़ा शिकार हुआ।''

उन्होंने आरोप लगाया कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हुई थीं, जैसे कि मतदाताओं की संख्या में असामान्य वृद्धि, नामों को हटाने के रिकॉर्ड को छिपाना, निर्वाचन आयोग के विरोधाभासी आदेश और लाखों दोहरी प्रविष्टियां जैसी गंभीर त्रुटियां शामिल हैं। सिंघार ने कहा कि मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने दो दिसंबर 2022 को एक आदेश जारी कर 8,51,564 नकली/दोहरी प्रविष्टियां हटाने के निर्देश दिये थे लेकिन किसी भी जिला अधिकारी ने हटाने की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की।

उन्होंने दावा किया कि सूचना का अधिकार के माध्यम से भी संबंधित आंकड़ा उपलब्ध नहीं कराया गया। उन्होंने निर्वाचन आयोग से अंतिम सूची को रोकने, अंतिम प्रकाशित सूची पर सभी राजनीतिक दलों के हस्ताक्षर लिये जाने और चुनाव पूरा होने तक किसी भी बदलाव पर रोक लगाए जाने की मांग की।

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