Bihar Election 2025 : अखिलेश यादव का बड़ा दावा, कहा- बिहार में बदलाव की बयार, इंडिया गठबंधन की जीत नजदीक
Bihar Election 2025 : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि बिहार में बदलाव की बयार बह रही है और वहां चल रहे विधानसभा चुनावों में 'इंडिया' गठबंधन जीत की ओर अग्रसर है। अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार में जनता का मूड स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि राज्य के लोग राजद के मुख्यमंत्री पद के तेजस्वी यादव को देखना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने संवाददाताओं से कहा कि मैं जो कह रहा हूं, वह आपके कैमरे में दिखाई गई बातों से कम महत्वपूर्ण है। कैमरा तो असली जनसमर्थन को कैद कर रहा है।
बिहार बदलाव लाने के साथ-साथ एक युवा मुख्यमंत्री भी चुनने जा रहा है। बिहार को एक नया मुख्यमंत्री मिलने वाला है, एक नयी ऊर्जा वाला युवा मुख्यमंत्री। तेजस्वी यादव, जिनका आज जन्मदिन है। आज (बिहार में) चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। उन्हें जनता का समर्थन प्राप्त है। यादव ने कहा कि राजद नीत महागठबंधन और ‘इंडिया' गठबंधन बिहार में जीत की ओर बढ़ रहे हैं तथा उनकी सफलता चुनावों के बाद राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन को और मजबूत करेगी।
बिहार में विधानसभा चुनाव का पहला चरण छह नवंबर को हुआ था, जबकि दूसरा और अंतिम चरण 11 नवंबर को होना है। नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। यादव ने कहा कि वह घुसपैठियों की बजाय घूस पर अधिक ध्यान देती है। भाजपा 11 साल से अधिक समय से सत्ता में है। अगर इस दौरान घुसपैठिए देश में घुस आए हैं, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? खुद भाजपा। भाजपा को खुद ही सूची बनानी होगी कि इन 11 वर्षों में कितने घुसपैठिये आए और कितने पहले (2014) आ चुके हैं। भाजपा घुसपैठियों से ज़्यादा घूस पर ध्यान देती है।
यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को खारिज करते हुए अपना फैसला पहले ही दे दिया था। भाजपा ने पिछड़े वर्गों, दलितों, आदिवासियों तथा ईसाइयों और मुस्लिमों सहित अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव किया। ये सभी लोग पीडीए के बैनर तले एकजुट हुए और भाजपा को सबक सिखाया। भाजपा ‘डबल इंजन' वाली सरकारों की बात करती है, लेकिन लोगों ने उन्हें उन जगहों पर भी सबक सिखाया है जहां से उनकी सांप्रदायिक राजनीति शुरू हुई थी। भाजपा वहीं हारी जहां उसने एक बार अपनी सांप्रदायिक राजनीति शुरू की थी।
फैजाबाद लोकसभा सीट में राम जन्मभूमि आंदोलन का केंद्र अयोध्या भी शामिल है। समाजवादी पार्टी अन्य राज्यों में अपना विस्तार करने के लिए काम कर रही है। हम सपा को एक राष्ट्रीय पार्टी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में समाजवादी पार्टी अपने प्रयास जारी रखेगी और (नुआपाड़ा) उपचुनाव के जरिए हम ओडिशा में अपनी उपस्थिति के बीज बो रहे हैं। आने वाले वर्षों में सपा प्रदेश में अपना आधार मजबूत करेगी।
