Bharat Jodo Yatra : ‘भारत जोड़ो' यात्रा की वर्षगांठ पर बोलीं कांग्रेस- देश की राजनीति में परिवर्तनकारी मील का पत्थर
Bharat Jodo Yatra : कांग्रेस ने ‘भारत जोड़ो' यात्रा की तीसरी वर्षगांठ पर रविवार को कहा कि यह देश की राजनीति में एक परिवर्तनकारी मील का पत्थर है। इसकी गूंज आज भी है। कांग्रेस महासचिव एवं संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि ‘भारत जोड़ो' यात्रा 3 साल पहले आज ही के दिन कन्याकुमारी में स्वामी विवेकानंद शिला स्मारक से शुरू हुई थी।
रमेश ने कहा कि यह यात्रा तीन ज्वलंत और चिंताजनक सार्वजनिक मुद्दों - बढ़ती आर्थिक असमानता, गहराता सामाजिक ध्रुवीकरण और बढ़ते राजनीतिक अधिनायकवाद- को उजागर करने के लिए की गई थी। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि यह कन्याकुमारी से कश्मीर तक की 4,000 किलोमीटर की पदयात्रा थी और राहुल गांधी तथा 200 से अधिक भारत यात्रियों ने यह यात्रा की थी।
यह यात्रा 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरी और 145 दिनों से अधिक समय तक चली। रमेश ने कहा कि यह यात्रा हमारे देश की राजनीति में एक परिवर्तनकारी मील का पत्थर थी। इसकी गूंज और प्रतिध्वनि आज भी जारी है। यात्रा के राहुल गांधी ने 12 जनसभाओं, 100 से ज्यादा नुक्कड़ सभाओं और 13 संवाददाता सम्मेलनों को संबोधित किया। उन्होंने पैदल चलते हुए 275 से ज्यादा संवाद किए थे। अपनी 4,000 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा के साथ गांधी अपने समर्थकों के साथ-साथ विरोधियों का भी ध्यान खींचने में कामयाब रहे।
इस यात्रा में समाज के हर वर्ग ने हिस्सा लिया, जिसमें कमल हासन, पूजा भट्ट, रिया सेन, स्वरा भास्कर, रश्मि देसाई, आकांक्षा पुरी और अमोल पालेकर जैसी फिल्मी और टीवी जगत से जुड़ी हस्तियां शामिल थीं। इसके अलावा, पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर और पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल (सेवानिवृत्त) एल. रामदास सहित लेखक और सैन्य दिग्गज, तथा भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और पूर्व वित्त सचिव अरविंद मायाराम जैसे प्रख्यात लोग भी यात्रा में शामिल हुए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की महबूबा मुफ्ती, शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे, प्रियंका चतुर्वेदी और संजय राउत, और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) नेता सुप्रिया सुले जैसे विपक्षी नेता भी यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर गांधी के साथ जुड़े।