"वोट चोरी" के आरोपों की लड़ाई और गरमाई, CEO के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर विचार कर विपक्ष
CEO vs Opposition: विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) ने बिहार में मतदाता सूची संशोधन और कथित ‘‘वोट चोरी'' को लेकर अपना प्रदर्शन तेज कर दिया है और इसके नेताओं ने सोमवार को यहां मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विचार करने के लिए बैठक की।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दलों के कई नेताओं ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कक्ष में बैठक की और इस बात पर चर्चा की कि कैसे मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने रविवार को प्रेस वार्ता को संबोधित किया और उनके द्वारा उठाए गए किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।
सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दलों के कुछ सांसदों को लगता है कि इस लड़ाई को आगे बढ़ाया जाना चाहिए और उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि उसने चुनाव प्रक्रिया में उठाए गए संदेहों का जवाब नहीं दिया है या उन्हें दूर नहीं किया है।
आज INDIA गठबंधन के फ्लोर लीडर्स की महत्वपूर्ण बैठक हुई।
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge के साथ INDIA गठबंधन के सांसद मौजूद रहे।
📍 नई दिल्ली pic.twitter.com/XdGJO0xGUi
— Congress (@INCIndia) August 18, 2025
सूत्रों ने बताया कि इस बारे में अभी विचारविमर्श जारी है, हालांकि विपक्षी दल फिर से मिलेंगे और इस पर आगे की रणनीति बनाएंगे। इस कदम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता नसीर हुसैन ने कहा कि वे इस संबंध में हर लोकतांत्रिक तरीका अपनाएंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कल उम्मीद थी कि निर्वाचन आयोग जनता द्वारा उठाई जा रही सभी चिंताओं और सवालों का जवाब देगा और लोगों की शंकाओं को दूर करेगा।''
उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची में मृत घोषित किए गए व्यक्तियों के बारे में कोई जवाब नहीं दिया है और वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता की तरह काम कर रहा है तथा BJP प्रवक्ता की तरह ही बात कर रहा है। हमें देश में पूरी तरह से निष्पक्ष मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयोग की जरूरत है।''
मुख्य निर्वाचन आयुक्त के खिलाफ महाभियोग नोटिस पर विचार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर हुसैन ने कहा, ‘‘जरूरत पड़ने पर हम संसदीय लोकतंत्र में निहित किसी भी प्रक्रिया का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं।''
रविवार को दिल्ली में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार ने कहा कि मतदाता सूची पुनरीक्षण का उद्देश्य मतदाता सूचियों में सभी खामियों को दूर करना है और यह गंभीर चिंता का विषय है कि कुछ दल इसके बारे में गलत सूचना फैला रहे हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने दोहरे मतदान और ‘‘वोट चोरी'' के आरोपों को ‘‘निराधार'' बताते हुए खारिज कर दिया और कहा कि सभी हितधारक पारदर्शी तरीके से विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को सफल बनाने के लिए काम कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि निर्वाचन आयोग BJP के साथ मिलकर बिहार में SIR के नाम पर ‘‘खुलेआम वोट चोरी'' कर रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें निर्वाचन आयोग के अधिकारियों पर भरोसा नहीं है।
बिहार के सासाराम से शुरू हुई अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा' के पहले दिन के समापन पर यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए गांधी ने यह भी कहा कि ‘‘वोट चोरी'' का पर्दाफाश करने वाली उनकी प्रेस वार्ता के बाद उनसे हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा गया था, लेकिन BJP नेता अनुराग ठाकुर जिन्होंने अपनी प्रेस वार्ता में इसी तरह के दावे किए थे उनसे ऐसी कोई मांग नहीं की गई। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने यह भी आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची का SIR राज्य के लोगों के वोट चुराने का एक तरीका है।