Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

बांग्लादेश : अंतरिम सरकार के दो सलाहकारों का चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले इस्तीफा ढाका, 10 दिसंबर (एजेंसी) बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार बने दो छात्र नेताओं ने फरवरी में होने वाले चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया। महफूज आलम और आसिफ महमूद शोजिब भुइयां का इस्तीफा निर्वाचन आयोग के उस फैसले के बाद आया है जिसमें कहा गया है कि अंतरिम सरकार में पद पर रहते हुए कोई भी सलाहकार चुनाव नहीं लड़ सकता। ‘प्रथोम अलो’ अखबार ने मुख्य सलाहकार के कार्यालय के सूत्रों के हवाले से अपनी खबर में बताया, ‘आलम और भुइयां ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में सलाहकार के पदों से इस्तीफा दे दिया है।’ आलम और भुइयां क्रमशः सूचना एवं प्रसारण और स्थानीय सरकार मंत्रालयों के प्रमुख थे। उन्हें ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ (एसएडी) के प्रतिनिधियों के रूप में अंतरिम सरकार में शामिल किया गया था। यह वही संगठन है जिसने व्यापक आंदोलन चलाया था और इसके चलते पांच अगस्त, 2024 को प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिर गई थी और वह भारत आ गई थीं।

बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार बने दो छात्र नेताओं ने फरवरी में होने वाले चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया। महफूज आलम और आसिफ महमूद शोजिब भुइयां का इस्तीफा निर्वाचन आयोग के...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार बने दो छात्र नेताओं ने फरवरी में होने वाले चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया। महफूज आलम और आसिफ महमूद शोजिब भुइयां का इस्तीफा निर्वाचन आयोग के उस फैसले के बाद आया है जिसमें कहा गया है कि अंतरिम सरकार में पद पर रहते हुए कोई भी सलाहकार चुनाव नहीं लड़ सकता। ‘प्रथोम अलो’ अखबार ने मुख्य सलाहकार के कार्यालय के सूत्रों के हवाले से अपनी खबर में बताया, ‘आलम और भुइयां ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में सलाहकार के पदों से इस्तीफा दे दिया है।’ आलम और भुइयां क्रमशः सूचना एवं प्रसारण और स्थानीय सरकार मंत्रालयों के प्रमुख थे। उन्हें ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ (एसएडी) के प्रतिनिधियों के रूप में अंतरिम सरकार में शामिल किया गया था। यह वही संगठन है जिसने व्यापक आंदोलन चलाया था और इसके चलते पांच अगस्त, 2024 को प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार गिर गई थी और वह भारत आ

गई थीं।

Advertisement

Advertisement
Advertisement
×