Bangladesh Factory Fire : रसायन के गोदाम और कपड़ा कारखाने में लगी भीषण आग, 9 लोगों की मौत
संदेह है कि उन सभी की मौत जहरीली गैस के कारण हुई
Bangladesh Factory Fire : बांग्लादेश की राजधानी ढाका में मंगलवार को कपड़े के कारखाने और रसायन के एक गोदाम में आग लगने से कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई। वहीं 8 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
सरकार द्वारा संचालित समाचार एजेंसी ‘बीएसएस' ने अग्निशमन सेवा और नागरिक रक्षा मीडिया शाखा के अधिकारी तल्हा बिन जासीम के हवाले से बताया कि कपड़ा कारखाने के बगल में स्थित रसायन के एक गोदाम में भीषण आग लग गई। अग्निशमन सेवा और नागरिक रक्षा निदेशक (संचालन एवं रखरखाव) लेफ्टिनेंट कर्नल मोहम्मद ताजुल इस्लाम चौधरी ने बताया कि कपड़ा कारखाने की पहली और दूसरी मंजिल से नौ शव बरामद किए गए हैं। बांग्ला भाषा के दैनिक अखबार 'प्रथम आलो' ने चौधरी के हवाले से कहा कि हमें संदेह है कि उन सभी की मौत जहरीली गैस के कारण हुई। आग पर काबू पा लिया गया है तथा अग्निशमन कर्मी कपड़ा कारखाने में तलाशी अभियान चला रहे हैं।
तल्हा बिन जासीम ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। जासीम ने बताया कि आग लगने की सूचना उन्हें स्थानीय समयानुसार पूर्वाह्न 11 बजकर 40 मिनट पर मिली और बचाव के लिए पहली टीम 11 बजकर 56 मिनट पर घटनास्थल पर पहुंची। दोनों इमारतें रूपनगर में 'बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ बिजनेस एंड टेक्नोलॉजी' (बीयूबीटी) के सामने अगल-बगल स्थित हैं।
बांग्लादेश में औद्योगिक आपदाओं का इतिहास रहा है। अतीत में हुई औद्योगिक त्रासदियों के लिए अक्सर सुरक्षा चूक को जिम्मेदार ठहराया गया है। वर्ष 2021 में, बांग्लादेश में खाद्य और पेय कारखाने में आग लग गई थी, जिसमें कम से कम 52 लोग मारे गए थे। फरवरी 2019 में, ढाका के सबसे पुराने हिस्से में स्थित 400 साल पुराने क्षेत्र में आग लग गई, जहां अपार्टमेंट, दुकान और गोदाम थे। इस घटना में कम से कम 67 लोगों की मौत हो गई थी। वर्ष 2012 में, ढाका में एक कपड़ा कारखाने में बंद निकास द्वारों के कारण फंसे 117 श्रमिकों की मृत्यु हो गई थी।
इसके अगले वर्ष बांग्लादेश की सबसे भीषण औद्योगिक त्रासदी घटी, जब ढाका के बाहर स्थित राणा प्लाजा नामक कपड़ा फैक्टरी की इमारत ढह गई, जिसमें 1,100 से अधिक लोगों की जान चली गई। वहीं, 2010 में पुरानी ढाका में एक मकान में अवैध रूप से रसायन संग्रहित किए जाने के कारण लगी आग में कम से कम 123 लोगों की मृत्यु हो गई थी।