दिल्ली में लालकिले के पास विस्फोट मामले में एनआईए की जांच में बांग्लादेश से कनेक्शन के संकेत हैं। सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों (छह आरोपी जांच एजेंसी की हिरासत में हैं) के पड़ोसी देश में मौजूद साथियों से कनेक्शन हो सकते हैं, जबकि जांच करने वालों को अभी तक इस आतंकी घटना के असली मास्टरमाइंड का पता नहीं चल पाया है। सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेशी खिलाड़ियों से भी इनके संबंध संभव हैं। द ट्रिब्यून ने 27 फरवरी को बताया था कि पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई की मौजूदगी बांग्लादेश में भी रही है।
इस बीच, इस सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल की जांच में पता चला है कि आत्मघाती बॉम्बर डॉ. उमर उन-नबी और उसके साथी डॉ. मुजम्मिल गनई के बीच 40 लाख रुपये को लेकर झगड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच जमात से मिले फंड से ब्लास्ट का सामान खरीदने को लेकर अनबन थी। इस बीच, फरीदाबाद पुलिस ने शनिवार को अल फ्लाह यूनिवर्सिटी के पास धौज गांव के मार्केट एरिया में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया। गौर हो कि एनआईए पहले ही यूनिवर्सिटी के पास एक मस्जिद के मौलवी इश्तियाक को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसने डॉ. मुजम्मिल को सामान खरीदने के लिए पैसे दिए थे। जांच में सामने आया है कि डॉ. मुजम्मिल और डॉ. उमर यूनिवर्सिटी में फंड को लेकर हुए झगड़े में शामिल थे और इसे कई स्टूडेंट्स ने देखा था। फिलहाल विभिन्न जांच एजेंसियां कई राज्यों में अन्य सुराग खंगाल रही हैं।

