पुरुलिया, 18 मार्च (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि घुसपैठ के पीछे ‘तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति’ जिम्मेदार है। राज्य के आदिवासी जंगलमहल इलाके में यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ टीएमसी ने दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को कभी अपना नहीं माना। उन्होंने ममता सरकार पर माओवादियों को संरक्षण देने का भी आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, ‘घुसपैठ का केवल एक और सबसे अहम कारण दीदी की सरकार की तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति है।’मोदी ने कहा कि 2 मई को बनर्जी का ‘खेल खत्म’ हो जाएगा और विकास शुरू हो जाएगा। गौरतलब है कि 2 मई को विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना होगी।
टीएमसी प्रमुख पर एक खास वर्ग के लोगों का वोट बैंक की राजनीति के लिए तुष्टीकरण करने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा, ‘बंगाल के लोगों की याददाश्त तेज है। बंगाल को याद है कि किसने सेना पर तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया था और पुलवामा हमले तथा बटला हाउस मुठभेड़ के दौरान आपने किसका पक्ष लिया था।’ प्रधानमंत्री ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के दौरान भी किए कथित भ्रष्टाचार के मुद्दे पर टीएमसी सरकार को घेरा।
पीएम ने कांग्रेस को बताया ‘भ्रमित पार्टी’
करीमगंज (एजेंसी) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) से गठबंधन करने के लिए बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि आज यह विपक्षी पार्टी इतनी कमजोर हो गई है कि वह किसी से भी हाथ मिला सकती है क्योंकि उसके पास ‘न नेता है, न नीति है और न ही कोई विचारधारा है।’ प्रधानमंत्री ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस को ‘भ्रमित पार्टी’ करार दिया और सवाल किया कि जिस दल की सोच स्थिर नहीं है वह असम में क्या स्थिर सरकार दे सकती है?
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह विचित्र स्थिति आज पूरा देश देख रहा है। उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल में जिन वामपंथियों के साथ वो (कांग्रेस) लाल सलाम कर रहे हैं, उन्हीं के साथ केरल में नूरा-कुश्ती चल रही है। कांग्रेस का ये कंफ्यूजन हर तरफ हैं। जिस पार्टी की सोच ही स्थिर नहीं है, वह क्या असम में स्थिर सरकार दे सकती हैं?’