नैना मिश्रा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 2 अगस्त
पंजाब सरकार द्वारा स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत के तहत सात महीने की बकाया राशि 16 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करने पर पीजीआई ने राज्य के मरीजों के लिए इस योजना के तहत इलाज बंद कर दिया है। संस्थान पंजाब के 1200 से 1400 रोगियों को बीमा की इस योजना के तहत इलाज करता है। इस योजना के तहत पंजाब का कोई भी सरकारी अस्पताल मरीजों का इलाज नहीं करता।
फाजिल्का जिले के मनजिंदर सिंह ने कहा, ‘मेरी चाची के घुटने की सर्जरी होनी थी। हम पिछले चार महीने से इसका इंतजार भी कर रहे हैं, लेकिन बीमा योजना के तहत हमें इलाज से वंचित रखा गया है। पीजीआई ही हमारी उम्मीद थी, लेकिन इसने अब इलाज बंद कर दिया है।’ 21 दिसंबर, 2021 से पीजीआईएमईआर द्वारा किए गए दावों के तहत 16 करोड़ रुपये पंजाब के पास बकाया हैं। आयुष्मान भारत योजना (एबीपीएमजेएवाई), पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ के नोडल अधिकारी द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘पंजाब राज्य से आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी 1 अगस्त से योजना के तहत लाभ के लिए पात्र नहीं होंगे। नए प्रवेश पाने वाले किसी भी लाभार्थी को नियमित रोगियों की तरह उपयोगकर्ता शुल्क का भुगतान करना होगा। अन्य राज्यों के लाभार्थी हमेशा की तरह सेवाओं का लाभ उठाना जारी रखेंगे।’
पीजीआईएमईआर के उप निदेशक, कुमार गौरव धवन ने कहा, ‘राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण, (एसएचए) पंजाब से राज्य से एबीपीएमजेएवाई लाभार्थियों को प्रदान किए गए उपचार के संबंध में लंबित दावा राशि का भुगतान करने का अनुरोध किया गया है।’ पिछले महीने, पीजीआई ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की कार्यान्वयन एजेंसी राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था ताकि दावों की प्रतिपूर्ति की जा सके। इस दौरान संस्थान ने पंजाब के रोगियों के लिए इलाज बंद नहीं किया था। आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री सेहत बीमा योजना 20 अगस्त, 2019 को शुरू की गई थी। यह योजना पंजाब की कम से कम 65 प्रतिशत आबादी को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करके स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह एक पात्रता-आधारित स्वास्थ्य बीमा कवर है। पांच लाख रुपये प्रति परिवार, प्रति वर्ष। योजना के तहत सरकारी और पैनल में शामिल निजी अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस इलाज उपलब्ध है।
सेक्टर 32 के अस्पताल में मार्च से लगी है रोक
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, सेक्टर 32 ने इस साल मार्च से पंजाब के मरीजों का इलाज 2.3 करोड़ रुपये जमा होने के बाद रोक दिया था। पंजाब सरकार पर इस योजना के तहत चंडीगढ़ में निजी अस्पतालों, जीएमसीएच, सेक्टर 32 और जीएमएसएच, सेक्टर 16 आदि में 3 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है।
” पंजाब सरकार पर आयुष्मान भारत योजना के तहत 300 करोड़ रुपये का बकाया है। मामला वित्त विभाग के पास है और उम्मीद है कि हफ्तेभर में बकाया चुका दिया जाएगा। पीजीआई, जीएमसीएच-32 और जीएमएसच-16 और पंजाब के सरकारी अस्पतालों के लिए भी एक सप्ताह के भीतर भुगतान जारी करना शुरू कर देंगे। ”
– अजॉय शर्मा, प्रमुख सचिव-स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, पंजाब