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Axiom-4 Return : शुभांशु की वापसी पर पत्नी उत्साहित, बना रहीं पसंदीदा व्यंजन; कहा- उनसे फिर से मिलना एक उत्सव जैसा 

शुभांशु के पृथ्वी पर लौटने पर उनकी पत्नी उनके साथ समय बिताने के लिए उत्साहित 
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इतिहास रचकर धरती पर लौटे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की पत्नी कामना अपने पति के साथ समय बिताने के लिए उत्साहित हैं। वह उनके साथ घर के बने खाने का लुत्फ उठाने एवं इस दुनिया से परे के जगत की कहानियां सुनने को आतुर हैं।
मित्रों और सहकर्मियों के बीच 'शुक्स' के नाम से जाने जाने वाले शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 18 दिन बिताने के बाद मंगलवार को धरती पर लौटे। वह आईएसएस पर पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं। शुभांशु इस वक्त ह्यूस्टन में पृथकवास में हैं। उनकी पत्नी कामना अपने 6 साल के बेटे कियाश के साथ पहले से ही ह्यूस्टन में मौजूद हैं।
कामना ने ह्यूस्टन से कहा कि जैसा कि शुभांशु सुरक्षित लौट आए हैं, हमारा पूरा ध्यान उनके पुनर्वास और यह सुनिश्चित करने पर केंद्रित हैं कि वह धरती के माहौल में फिर से आसानी से ढल सकें। हमारे लिए शुभांशु की अविश्वसनीय अंतरिक्ष यात्रा के बाद उनसे फिर से मिलना अपने आप में एक उत्सव की तरह है। मैं पहले से ही उनके कुछ पसंदीदा व्यंजन बना रही हूं।
मुझे पता है कि अंतरिक्ष में अपने प्रवास के दौरान शुभांशु को घर पर बने खाने की कमी कितनी खली होगी। शुभांशु और कामना की शादी साल 2009 में हुई थी। वे एक-दूसरे को कक्षा तीन से जानते हैं। उस वक्त वे दोनों लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में पढ़ते थे। कामना ने कहा कि शुभांशु द्वारा अंतरिक्ष में बिताए 18 दिन के दौरान उनके लिए फोन पर बात करना अहम रहा।
अंतरिक्ष में पहुंचने के तुरंत बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से शुभांशु का फोन आना एक अप्रत्याशित और अद्भुत आश्चर्य था। उनकी आवाज सुनना और यह जानना कि वह सुरक्षित हैं, मेरे लिए बहुत मायने रखता था। हमारी बातचीत आमतौर पर उनकी रोजमर्रा की गतिविधियों, उनके द्वारा किए गए अनोखे प्रयोगों और उन्हें वहां हो रहे उन असाधारण तजुर्बों के इर्द-गिर्द घूमती थी जो पृथ्वी पर जीवन से बिल्कुल अलग थे।
जहां पूरा देश शुभांशु की असाधारण उपलब्धि का जश्न मना रहा है, वहीं हमारा परिवार साथ बिताए शांत और निजी पलों को संजोए रखेगा। खुशी के ये पल और जानी-पहचानी कहानियां साझा करना, हंसी-मजाक करना और छोटी-छोटी खुशियों का मजा लेना ही जश्न मनाने का हमारा तरीका है। उनकी घर वापसी व्यक्तिगत खुशी एवं राष्ट्रीय गौरव का खूबसूरत मिश्रण है।
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