Axiom-4 : शुभांशु और 3 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के ISS पहुंचने पर जश्न का माहौल, बहन बोलीं- हम बहुत खुश हैं
लखनऊ, 26 जून (भाषा)
Axiom-4 : लखनऊ में जन्मे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के साथ स्पेस-एक्स अंतरिक्ष यान के आज अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पहुंचने पर यहां लोगों ने जश्न मनाया। अंतरिक्षयान के पृथ्वी के चारों ओर 28 घंटे की यात्रा के बाद कक्षीय प्रयोगशाला में पहुंचते ही 'भारत माता की जय', 'इंडिया-इंडिया' और 'हिप हिप हुर्रे' के नारे गूंज उठे।
शुभांशु का परिवार भी खुशी से तिरंगा थामे हुए देखा गया, जब ड्रैगन अंतरिक्षयान ने आईएसएस से 'डॉकिंग' की प्रक्रिया पूरी की। शुभांशु की बहन सुचि मिश्रा ने कहा कि वह आईएसएस पर पहुंच गया है; हम बहुत खुश हैं। यह एक ऐसा क्षण था जब अंतरिक्ष यात्री का परिवार, पूरे भारत की तरह अभिभूत महसूस कर रहा था। बुधवार की तरह, शुभांशु के माता-पिता - शंभू और आशा शुक्ला लखनऊ सिटी मोंटेसरी स्कूल के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में इस महत्वपूर्ण अवसर को देखने के लिए मौजूद थे।
शुभांशु ने इसी स्कूल से बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। शुभांशु के पिता शंभू शुक्ला ने कहा कि वह हमारा बेटा है, लेकिन अब वह इससे कहीं बढ़कर है। क्योंकि वह अपने साथ अंतरिक्ष में न केवल हमारा आशीर्वाद बल्कि एक अरब भारतीयों के सपने और प्रार्थनाएं लेकर जा रहा है। देश के लोग न केवल मेरे बेटे के लिए बल्कि इसलिए भी खुश हैं क्योंकि यह क्षण अंतरिक्ष में भारत की जीत का प्रतीक है। उन्होंने रुंधे हुए स्वर में कहा, "बेशक, हमें उस सर्वशक्तिमान में गहरी आस्था है, जिसका आशीर्वाद बड़े मिशन को पूरा करने में मदद करता है। शुभांशु भगवान हनुमान और सभी अन्य देवताओं में गहरी आस्था रखता है।
अब हम मिशन के सफल समापन के बाद उसकी सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। सिटी मोंटेसरी स्कूल की प्रबंधक डॉ. गीता गांधी किंगडन ने कहा कि इस पल में जश्न मनाने से कहीं अधिक कुछ है। बेशक हम सभी भारतीयों की तरह खुश हैं, खासकर इसलिए क्योंकि वह एक पूर्व छात्र है जिसने हम सभी को इतना गौरवान्वित किया है। इस समय जब वह आईएसएस में प्रवेश कर रहा है, शुभांशु अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती ताकत का भी प्रतीक है।