नयी दिल्ली/जम्मू, 22 जनवरी (एजेंसी)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में मौजूदा परिसीमन प्रक्रिया पूरी होने के बाद विधानसभा चुनाव होगा और स्थिति सामान्य होने पर राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने देश का पहला ‘जिला सुशासन सूचकांक’ वर्चुअल रूप से जारी करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता है और इसके विकास के लिए बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रशासन आने वाले वर्षों में स्थानीय युवाओं को 5 लाख नौकरियां देने के लिए काम कर रहा है। शाह ने कहा कि 70 साल में जम्मू-कश्मीर में सिर्फ 12,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, लेकिन अब सिर्फ एक साल में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है और कुल मिलाकर 50,000 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का बजट 9,000 करोड़ से बढ़ाकर 21,000 करोड़ रुपये कर दिया गया है। गृह मंत्री ने कहा, ‘किसी अन्य राज्य को इतना ढाई गुना अधिक बजट नहीं मिला है। यह दर्शाता है कि जम्मू-कश्मीर मोदी के लिए प्राथमिकता है।’
‘पलायन कराने वाले खुद पलायन कर गए’
कैराना (एजेंसी) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कैराना से 2017 से पहले हिंदुओं के कथित पलायन के मुद्दे का उल्लेख करते हुए शनिवार को कहा कि ‘यही कैराना है, जहां पलायन होता था, लेकिन अब पलायन कराने वाले खुद पलायन कर गए हैं।’ शाह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में घर-घर चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया और इसके तहत उन परिवारों के घर पहुंचे, जो कथित पलायन के बाद यहां लौट आये हैं। शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ घर-घर प्रचार किया। उन्होंने कहा कि कैराना के लोग अब डर में नहीं रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था की संतोषजनक स्थिति विकास की प्राथमिक शर्त है और योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में इसे सुनिश्चित किया है।