नयी दिल्ली, 29 मार्च (एजेंसी)
असम और मेघालय ने मंगलवार को 12 में से 6 स्थानों पर अपना पांच दशक पुराना सीमा विवाद सुलझाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे पूर्वोत्तर के लिए ‘ऐतिहासिक’ दिन करार दिया।
समझौते पर शाह, असम और मेघालय के मुख्यमंत्रियों हिमंत बिस्वा सरमा व कोनराड संगमा की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता दोनों राज्यों के बीच 884.9 किलोमीटर की सीमा पर 12 में से 6 स्थानों पर चल रहे विवाद का समाधान करेगा।
शाह ने यहां गृह मंत्रालय में आयोजित समारोह में कहा कि समझौते पर हस्ताक्षर होने से दोनों राज्यों के बीच 70 फीसदी सीमा विवाद सुलझ गया है। छह स्थानों में 36 गांव हैं, जिसके दायरे में 36.79 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र आता है।
सुलह का फार्मूला
दोनों राज्यों ने पिछले साल अगस्त में जटिल सीमा मुद्दे पर तीन-तीन समितियां बनाई थीं। समितियों की संयुक्त सिफारिशों के अनुसार, पहले चरण में निपटारे के लिए 36.79 वर्ग किमी विवादित क्षेत्र में से, असम को 18.51 और मेघालय को 18.28 वर्ग किमी का पूर्ण नियंत्रण मिलेगा।
5 दशक से झगड़ा
मेघालय को 1972 में असम से अलग कर नया राज्य बनाया गया था। उसने असम पुनर्गठन अधिनियम, 1971 को चुनौती दी थी, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में 12 स्थानों पर विवाद हुआ।
- विवाद के 12 बिंदुओं में से, अपेक्षाकृत कम मतभेद वाले 6 क्षेत्रों को पहले चरण में लिया गया है।