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इथियोपिया में फटे ज्वालामुखी की राख ने भारत में थामी हवाई रफ्तार

कई उड़ानें प्रभावित, लेकिन मौसम और वायु गुणवत्ता पर असर नहीं

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अफ्रीकी देश इथियोपिया में ज्वालामुखी फटने से उठा राख का गुबार मंगलवार को भारत के कुछ हिस्सों तक पहुंच गया, जिससे उड़ानें प्रभावित हुईं, लेकिन इसका मौसम या वायु गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ा। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली हवाई अड्डे पर मंगलवार को शाम 6 बजे तक सात अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें रद्द की गईं, जबकि 12 अन्य में देरी हुई। एअर इंडिया ने कुछ अंतर्राष्ट्रीय सेवाओं सहित 13 उड़ानें रद्द कर दीं, क्योंकि प्रभावित क्षेत्रों से गुजरने वाले उसके कुछ विमानों की जांच की जा रही थी। मुंबई हवाई अड्डे ने भी यात्रियों के लिए एक एडवाइजरी जारी कर पश्चिम एशिया से जुड़े मार्गों पर हवाई सेवाएं प्रभावित होने की संभावना की चेतावनी दी गई। इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) और भारत मौसम विज्ञान विभाग के साथ मिलकर स्थिति पर नजर रखी जा रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार सुबह बताया कि राख का गुबार चीन की ओर बढ़ रहा है और शाम 7.30 बजे तक भारत से दूर चला जाएगा।

मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को इथियोपिया के अफार क्षेत्र में 12 हजार साल बाद फटे हेली गुब्बी ज्वालामुखी से राख का बड़ा गुबार लगभग 14 किलोमीटर (करीब 45000 फुट) तक ऊपर उठा। यह लाल सागर से होते हुए पूर्व की ओर अरब प्रायद्वीप और भारतीय उपमहाद्वीप की ओर फैल गया। ज्वालामुखी की राख मंगलवार को गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के आसमान तक पहुंच गई।

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आईएमडी में मौसम विज्ञान महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि इसका प्रभाव केवल ऊंचे आसमान तक ही सीमित है। उन्होंने बताया, ‘ज्वालामुखी की राख केवल ऊपरी क्षोभमंडल में ही देखी जा रही है और यह उड़ान संचालन को प्रभावित कर रही है। इसका वायु गुणवत्ता या मौसम पर कोई प्रभाव नहीं है।’

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