Arun Jaitley Comment Dispute : राहुल गांधी के अरुण जेटली पर टिप्पणी से गरमाया सियासी माहौल, बीजेपी ने कहा- झूठ बोलना बंद करो
Arun Jaitley Comment Dispute : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत अरुण जेटली पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी की आलोचना की और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष से पूर्व केंद्रीय मंत्री के बारे में ‘‘बेशर्मी से झूठ बोलने'' के लिए माफी मांगने की मांग की। सत्तारूढ़ पार्टी ने कांग्रेस नेता से कहा कि वह ‘‘आख्यान के अनुरूप कालक्रम को फिर से न लिखें'' बल्कि तथ्यों पर टिके रहें। गांधी ने दावा किया कि जेटली ने उन्हें कृषि कानूनों के खिलाफ नहीं बोलने, अन्यथा कार्रवाई का सामना करने की धमकी दी थी।
लोकसभा में राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस के विधि, मानवाधिकार और आरटीआई विभाग द्वारा आयोजित वार्षिक विधिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए दावा किया, ‘‘मुझे याद है जब मैं कृषि कानूनों (भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन संबंधी विधेयक) के खिलाफ लड़ रहा था, तो अरुण जेटली को मुझे धमकाने के लिए भेजा गया था।'' कांग्रेस नेता के अनुसार, जेटली ने उनसे कहा, ‘‘अगर आप इसी रास्ते पर चलते रहे, सरकार का विरोध करते रहे और कृषि कानूनों पर हमसे लड़ते रहे, तो हमें आपके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ेगी।''
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैंने जवाब दिया कि लगता है आपको पता नहीं है और आपको अंदाजा भी नहीं है कि किससे बात कर रहे हैं। हम कांग्रेसी हैं और हम कायर नहीं हैं। हम कभी झुकते नहीं। अंग्रेज भी हमें झुका नहीं सके।'' राहुल गांधी पर ‘‘बेशर्मी से सरासर झूठ बोलने'' का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जेटली अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों और यहां तक कि अपने ‘‘दुश्मनों'' से भी शालीनता से बात करते थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रसाद ने कहा, ‘‘और, उनका (राहुल गांधी) मतलब यह था कि अरुण जेटली ने उन्हें धमकाया था। वह बेशर्मी से झूठ बोल रहे हैं, वह भी एक सम्मानित (पूर्व) वित्त मंत्री के बारे में, जिनका निधन हो चुका है।''
गांधी के आरोप पर सवाल उठाते हुए, प्रसाद ने कांग्रेस नेता से पूछा कि जेटली उन्हें धमकी कैसे दे सकते हैं, जबकि कृषि विधेयकों को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष लाए जाने से एक साल पहले ही उनका निधन हो गया था। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की ओर से, मैं अरुण जेटली के खिलाफ राहुल गांधी की टिप्पणी की कड़ी निंदा करता हूं। यह बेहद शर्मनाक है। एक व्यक्ति, जो प्रतिपक्ष के नेता (लोकसभा में) हैं, ऐसा झूठ बोल रहे हैं।'' प्रसाद ने कहा कि यह सोचना भी उचित नहीं है कि जेटली ने कभी किसी को धमकी दी होगी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राहुल गांधी ऐसे व्यक्ति हैं जो हर किसी को धमकी देते हैं।''
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स' पर लिखा, ‘‘फर्जी खबर से सावधान।'' मालवीय ने कहा, ‘‘राहुल गांधी का दावा है कि अरुण जेटली ने 2020 के कृषि कानूनों के प्रति उनके विरोध को कमजोर करने के लिए उनसे संपर्क किया था। सच तो यह है कि अरुण जेटली जी का 24 अगस्त 2019 को निधन हो गया था।'' उन्होंने कहा, ‘‘कृषि विधेयकों का मसौदा तीन जून 2020 को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष लाया गया था। ये कानून सितंबर 2020 में बनाए गए थे।''
मालवीय ने कहा कि विधेयक के समर्थन या विरोध में कोई भी चर्चा ‘‘इन घटनाक्रम'' के बाद शुरू हुई। भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह कहना कि अरुण जेटली जी ने उनसे (राहुल गांधी) किसी भी चीज के लिए संपर्क किया था, तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक है।'' मालवीय ने सम्मेलन में गांधी द्वारा की गई टिप्पणियों का एक वीडियो क्लिप भी साझा किया। दिवंगत अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने भी ‘एक्स' पर पोस्ट कर गांधी की टिप्पणी की आलोचना की। रोहन ने कहा, ‘‘राहुल गांधी अब दावा कर रहे हैं कि मेरे दिवंगत पिता अरुण जेटली ने उन्हें कृषि कानूनों को लेकर धमकाया था। मैं उन्हें याद दिला दूं कि मेरे पिता का देहांत 2019 में हुआ था। कृषि कानून 2020 में पेश किए गए थे।''
उन्होंने कहा, ‘‘इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि मेरे पिता के स्वभाव में किसी को भी विरोधी विचार के लिए धमकाना नहीं था। वह एक कट्टर लोकतांत्रिक व्यक्ति थे और हमेशा आम सहमति बनाने में विश्वास रखते थे।'' रोहन जेटली ने कहा, ‘‘अगर ऐसी कोई स्थिति आती भी, जैसा कि राजनीति में अक्सर होता है, तो वह (अरुण जेटली) सभी के लिए पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान पर पहुंचने के लिए स्वतंत्र और खुली चर्चा का आह्वान करते। वह ऐसे ही थे और आज भी उनकी यही विरासत है। राहुल गांधी उन लोगों के बारे में बोलते समय सावधानी बरतें, जो हमारे बीच नहीं हैं।'' केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी गांधी पर जेटली के खिलाफ झूठ बोलने का आरोप लगाया और मांग की कि वह पूर्व केंद्रीय मंत्री के परिवार और देश की जनता से माफी मांगें।