नयी दिल्ली, 27 सितंबर (एजेंसी)
भारतीय सेना कई दशकों के अपने सबसे बड़े सैन्य भंडारण अभियान के तहत पूर्वी लद्दाख में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लगभग 4 महीनों की भीषण सर्दियों के मद्देनजर टैंक, भारी हथियार, गोला-बारूद, ईंधन के साथ ही खाद्य और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में लगी हुई है। सैन्य सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शीर्ष कमांडरों के एक समूह के साथ थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे इस विशाल अभियान में निजी तौर से जुड़े हुए हैं। इसकी शुरुआत जुलाई के मध्य में हुयी थी और अब यह पूरा होने जा रहा है।
पहुंचाये टी-90, टी-72 टैंक
सूत्रों के अनुसार खासी संख्या में टी-90 और टी-72 टैंक, तोपों, अन्य सैन्य वाहनों को विभिन्न संवेदनशील इलाकों में पहुंचाया गया है। इस अभियान के तहत सेना ने 16,000 फुट की ऊंचाई पर तैनात जवानों के लिए बड़ी मात्रा में कपड़े, टेंट, खाद्य सामग्री, संचार उपकरण, ईंधन, हीटर और अन्य वस्तुओं की भी ढुलाई की है। भारत ने किसी भी चीनी दुस्साहस से निपटने के लिए पूर्वी लद्दाख में 3 अतिरिक्त सेना डिविजन की तैनाती की है।