नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (ट्रिन्यू)
केंद्र सरकार ने देश में एथनॉल का उत्पादन बढ़ाने के लिए संशोधित योजना को मंजूरी दे दी है। यह इथेनॉल चावल, गेहूं, जौ, मक्का और ज्वार जैसे अनाजों से लेकर गन्ना, चुकंदर आदि से बनाया जा सकेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को कैबिनेट ने कृष्णपट्टनम और तुमकुरु में औद्योगिक गलियारे और ग्रेटर नोएडा में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब और मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) को भी मंजूरी दी। इन 7,725 करोड़ रुपए की लागत की परियोजनाओं से लगभग तीन लाख रोजगार पैदा होने की संभावना है।
कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, धर्मेंद्र प्रधान और मनसुख मंडाविया ने दी। प्रधान ने बताया कि कैबिनेट ने एथनॉल डिस्टिलेशन क्षमता बढ़ाने के लिए संशोधित योजना को अनुमति दी। सरकार ने 2022 तक पेट्रोल में 10 प्रतिशत और 2030 तक 20 प्रतिशत इथेनॉल का मिश्रण करने का लक्ष्य रखा है।
एस्टोनिया, पैराग्वे, डोमिनिकन में होंगे भारतीय मिशन
प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि कैबिनेट ने एस्टोनिया, पैराग्वे और डोमिनिकन गणराज्य में भारतीय मिशनों को खोलने की मंजूरी भी दी है। उन्होंने बताया कि कैबिनेट ने भारत और भूटान के बीच एमओयू पर हुए हस्ताक्षर को मंजूरी दी गई। इस समझौते में आउटर स्पेस के शांतिपूर्ण इस्तेमाल को लेकर दोनों देशों के बीच सहमति बनी है।
आकाश मिसाइल प्रणाली के निर्यात को मंजूरी
नयी दिल्ली (एजेंसी) : कैबिनेट ने आकाश मिसाइल प्रणाली के निर्यात को बुधवार को मंजूरी प्रदान कर दी। इसके साथ ही निर्यात को तेजी से सुगम बनाने के लिये एक समिति गठित करने का भी निर्णय किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ‘आकाश देश की महत्वपूर्ण मिसाइल है और यह 96 प्रतिशत स्वदेशी प्रकृति की है।’