अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद बड़ा कदम, कोर्ट ने 11 दिन की NIA हिरासत में भेजा
यह भी पुष्टि की है कि उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया
दिल्ली की एक अदालत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपी एवं गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को बुधवार को 11 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया। कहा कि उसके खिलाफ गंभीर आरोप हैं। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने अमेरिका से प्रत्यर्पण के उपरांत गिरफ्तार किए गए अनमोल उर्फ भानू को शाम करीब 5 बजे पटियाला हाउस अदालत में पेश किया।
राकांपा के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या, अप्रैल 2024 में बॉलीवुड स्टार सलमान खान के घर पर गोलीबारी, पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या समेत कई अन्य अपराधों में वांछित अनमोल को मंगलवार को अमेरिका से प्रत्यर्पित कराया गया। उसे पिछले साल नवंबर में अमेरिका में हिरासत में लिया गया था। संघीय एजेंसी ने अनमोल को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रशांत शर्मा के समक्ष पेश कर उसकी 15 दिन की हिरासत उसे देने का अनुरोध किया, जिस पर अदालत ने अनमोल को 11 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने गौर किया कि एजेंसी ने गिरोहों के वित्तीय लेनदेन और उन्हें अन्य सहायता प्रदान करने में संलिप्त होने का हवाला देते हुए आरोपी की 15 दिनों की हिरासत देने का अनुरोध किया था। अदालत ने जबरन वसूली, पीड़ितों को नुकसान पहुंचाने तथा लक्षित हत्याओं और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए गिरोहों के गुर्गों की भर्ती में उसकी कथित संलिप्तता का भी संज्ञान लिया। न्यायाधीश ने कहा कि वह कथित तौर पर विदेश से अपनी गतिविधियां संचालित कर रहा है।
वह, सह-आरोपियों के साथ, एक आतंकवादी-गैंगस्टर सिंडिकेट सदस्य के रूप में काम कर रहा है। उक्त सिंडिकेट आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में संलिप्त है। एनआईए के आरोपपत्र के अनुसार, आरोपी विभिन्न पुलिस थानों में दर्ज 11 आपराधिक मामलों में संलिप्त था। एजेंसी ने कई पहलुओं को रेखांकित किया है, जिनके बारे में गहन जांच आवश्यक है। अदालत के सवालों का जवाब देते हुए, अनमोल ने आरोपों से इनकार किया और पुष्टि की कि उसे गिरफ्तारी मेमो की एक प्रति मिली है। आरोपी ने यह भी कहा कि उसने अपनी पसंद का एक वकील नियुक्त किया है।
यह भी पुष्टि की है कि उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया है। अदालत ने स्पष्ट किया कि एजेंसी को आरोपी की सुरक्षा के लिए ‘‘उचित सावधानियां'' बरतनी होंगी और हर 48 घंटे में सरकारी अस्पताल में उसकी चिकित्सा जांच करानी होगी। विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) राहुल त्यागी ने कहा कि आरोपी को एनआईए हिरासत पूरी होने के बाद फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। लोक अभियोजक ने कहा कि हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह भारत से कैसे भागा।
अनमोल की पेशी के दौरान अदालत परिसर और उसके आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। मीडियाकर्मियों को अदालती कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति नहीं थी। वर्ष 2022 से फरार अनमोल अमेरिका में रह रहा था और जेल में बंद अपने भाई लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व वाले आतंकी-सिंडिकेट में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार होने वाला 19वां आरोपी है।
एनआईए ने एक बयान में कहा कि अनमोल के खिलाफ एनआईए ने मार्च 2023 में उस वक्त आरोप-पत्र दाखिल किया था, जब मामले की जांच में यह बात सामने आई थी कि उसने 2020-2023 की अवधि के दौरान देश में विभिन्न आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने में घोषित आतंकवादी गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की सक्रिय रूप से सहायता की थी।

