Anil Vij in Action Mode : एक्शन मोड में ‘गब्बर’... खुद के विभागों में सर्जिकल स्ट्राइक, जेई व SDO सहित 6 अफसरों को किया सस्पेंड
दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 8 जुलाई।
हरियाणा के परिवहन, बिजली व श्रम मंत्री अनिल विज ‘एक्शन मोड’ में आ गए हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार मामले में अपने ही विभागों में सर्जिकल स्ट्राइक शुरू कर दी है। परिवहन व बिजली विभाग में भ्रष्टाचार व ‘मलाईदार’ पदों पर पोस्टिंग के लिए आ रही सिफारिशों पर कड़ा नोटिस लेते हुए सीएम फ्लाइंग की रेड भी करवा दी।
श्रम विभाग में भ्रष्टाचार की जांच के आदेश दे चुके विज ने जेई व एसडीओ सहित 6 अधिकारियों को सस्पेंड भी कर दिया है। विज के आक्रामक रुख से तीनों ही विभागों के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। पिछले दिनों श्रम विभाग में घोटाले की भनक लगते ही विज ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। अप्रैल में भी विज के सामने यह मामला सामने आया था। श्रम विभाग के अंतर्गत आने वाले कंस्ट्रक्शन लेबर बोर्ड में धांधली की रिपोर्ट उन तक पहुंची थी। बोर्ड की बैठक में भी इस पर उन्होंने जवाब तलब किया था। श्रमिकों की वेरिफिकेशन में गड़बड़ की जांच रिपोर्ट का इंतजार हो रहा है।
आरोप है कि श्रम विभाग के दो अधिकारियों ने मिलीभगत करके करीब दो लाख श्रमिकों/मजदूरों के वेरिफिकेशन कर दिए। इसके लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन विज कर चुके हैं। कमेटी को एक माह में अपनी रिपोर्ट देनी है। इसके साथ ही, अब विज ने हर जिले में तीन सदस्यीय कमेटी बनाने के आदेश दिए हैं। सभी डीसी को इस संदर्भ में निर्देश दिए जा चुके हैं। इन कमेटियों में एक सदस्य श्रम विभाग से होगा जबकि दो सदस्य राजपत्रित नामित स्वतंत्र सदस्य होंगे। कमेटी सभी गांवों व शहरों में फिजिकल वेरिफिकेशन करके वर्क स्लिप को लेकर अपनी रिपोर्ट देंगी।
एमवीआई को लेकर लॉबिंग
परिवहन विभाग में एमवीआई यानी मोटर व्हिकल इंस्पेक्टर के पद को लेकर जबरदस्त लॉबिंग चल रही है। बताते हैं कि कुछ मंत्रियों व अधिकारियों के अलावा भाजपा के नेताओं द्वारा भी इन पदों पर पोस्टिंग के लिए विज के पास सिफारिश की गई। बार-बार आ रहे सिफारिशों फोन और नोट्स के बाद विज समझ गए कि मोटर व्हिकल इंस्पेक्टर पद के लिए इतनी मारामारी क्यों हैं। उन्होंने सीधे ही सीआईडी चीफ को पत्र लिखकर सीएम फ्लाइंग की रेड करवाने के निर्देश दे दिए। एमवीआई का काम वाहनों की फिटनेस, सुरक्षा और प्रदूषण मानकों की जांच करना है। वाहनों के रजिस्ट्रेशन, बीमा और अन्य आवश्यक डॉक्यूमेंट की जांच भी वे करते हैं।
सीईआई पर कइयों की नजर
बिजली विभाग में चीफ इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर (सीईआई) के पद पर भी कई अधिकारियों की नजर है। इस पद के लिए भी मंत्रियों व अधिकारियों द्वारा विज को सिफारिशें की गईं। प्रदेशभर में मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग, होटल-रेस्टोरेंट्स, शॉपिंग मॉल्स, स्टिल्ड प्लस फॉर निर्माण, बड़ी कोठियों, कॉरपोरेट कार्यालयों आदि में लिफ्ट के अलावा लोड आदि की चैकिंग का जिम्मा चीफ इलेक्ट्रिकल इंस्पेक्टर पर रहता है। इसे काफी अहम पद माना जाता है। इसी वजह से यहां पोस्टिंग को लेकर काफी मारामारी रहती है।
सीएम फ्लाइंग आई एक्शन में
कैबिनेट मंत्री अनिल विज की चिट्ठी का असर यह हुआ कि सीआईडी चीफ सौरभ सिंह ने तुरंत सीएम फ्लाइंग को एक्टिव कर दिया। मंगलवार को सीएम फ्लाइंग ने फतेहाबाद के भूना में रेड की और एसडीओ से पूछताछ की। फ्लाइंग टीम ने बिजली निगम के दफ्तर में रेड की। हिसार से इंस्पेक्टर सुनैना के नेतृत्व में आई टीम ने एसडीओ अमित सिंह व अन्य कर्मचारियों से पूछताछ की। भूना में पिछले दिनों 11 हजार केवी की लाइन बदलवा दी गई थी। बिजली अधिकारियों पर लगाए थे कि प्रॉपर्टी डीलरों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया। कयास लगाए जा रहे हैं कि इसी मामले में टीम जांच के लिए पहुंची।
इधर, विज की कार्रवाई
वहीं दूसरी ओर, मंगलवार को विज ने बिजली विभाग के छह अधिकारियों को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए। दरअसल, करनाल जिला के हैबतपुर गांव के राजेश कुमार नाम एक युवक की मौत बिजली का करंट लगने से हो गई। लापरवाही के आरोप में एसडीओ मोहित, जेई सुनील, दीपक, अजीत, सत्यवान और लाइनमैन विकास के खिलाफ निगदू थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई। शिकायतकर्ता प्रदीप कुमार ने कहा कि खेत में तारें नीचे लटकी हुई हैं।
उन्हें ठीक करने के लिए एसडीओ, जेई व अन्य को कई बार कहा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रदीप के अलावा मृतक राजेश कुमार ने भी कई बार शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से राजेश कुमार की जान गई। विज ने इस पर कड़ा नोटिस लेते हुए उर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एके सिंह को पत्र लिखकर सभी को तुरंत सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं।