हर 40 दिन में नौसेना में शामिल हो रहा स्वदेशी युद्धपोत या पनडुब्बी : एडमिरल त्रिपाठी
उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना अपनी समग्र शक्ति को बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘हम 2035 तक 200 से अधिक जहाजों वाली नौसेना बनना चाहते हैं, इसलिए हमारे सभी 52 जहाज, जिनका ऑर्डर अभी दिया गया है।' उन्होंने कहा, ‘पोतों से आगे बढ़ते हुए, हमारा उद्देश्य आत्मनिर्भरता को विस्तृत डिजाइन और सॉफ्टवेयर स्तर तक ले जाना और 2047 तक पूरी तरह से आत्मनिर्भर बल का निर्माण करना है।' भारतीय नौसेना वर्तमान में लगभग 145 पोतों और पनडुब्बियों का संचालन करती है।
एडमिरल त्रिपाठी ने अपने संबोधन में भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए स्थानीय स्तर पर विकसित रक्षा क्षमताओं की आवश्यकता को रेखांकित किया और दलील दी कि स्वदेशी ताकत युद्धक्षेत्रों से कहीं आगे तक फैली हुई है। उन्होंने कहा, ‘यह अब औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र, नवाचार श्रृंखलाओं और सूचना नेटवर्कों से जुड़ा हुआ है, जहां सेमीकंडक्टर पनडुब्बियों की तरह ही निर्णायक हो सकते हैं, और सुरक्षित समुद्री मार्ग जितना ही सुरक्षित संपर्क भी महत्वपूर्ण है।'
