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रोपड़ में बिना सरकारी फंड बना दी 8 किमी लंबी सड़क

जमीन, श्रम और और सामान : कार सेवा की मिसाल बना सामूहिक प्रयास
काम की प्रगति का जायजा लेते बाबा सतनाम सिंह एवं अन्य। -ट्रिन्यू
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पंजाब के रोपड़ जिले में कार सेवा की अनूठी मिसाल सामने आई है, जहां स्थानीय लोगों ने बिना किसी सरकारी फंड के 8 किलोमीटर लंबी दो-लेन सड़क का निर्माण पूरा कर लिया। कानपुर खूही से सिंगपुर तक प्रस्तावित चारलेन सड़क के इस हिस्से को पूरी तरह स्वैच्छिक सेवा, दान और श्रम से तैयार किया गया है। इस प्रयास का नेतृव कार सेवा जत्था किला आनंदगढ़ साहिब के प्रमुख बाबा सतनाम सिंह कर रहे हैं। वे प्रतिदिन नंगे पांव सड़क पर चलते हुए काम का निरीक्षण करते हैं। यह रास्ता कभी ऊबड़-खाबड़ पगडंडी था जो रोड बन गया है। आगामी सप्ताह गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी वर्षगांठ पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही को देखते हुए सड़क को चौड़ा, समतल और मोटरेबल बनाया गया है।

बाबा सतनाम सिंह ने बताया कि कार्य की शुरुआत करीब 1 वर्ष 9 महीने पहले हुई थी। ऊंची मिट्टी काटने से लेकर ढलान तैयार करने और कई छोटे पुलों के निर्माण तक, वे सारे काम किए गए जो आमतौर पर सरकारी मशीनरी की आवश्यकता रखते हैं। सरकारी मंजूरी न मिलने और पीडब्ल्यूडी तथा वन विभाग की ओर से नोटिस जारी होने के बावजूद लोग पीछे नहीं हटे। ग्रामीणों ने न सिर्फ श्रम और सामग्री दी, बल्कि सड़क चौड़ी करने के लिए अपनी निजी जमीन भी स्वेच्छा से दान की। कुछ लोग अदालत भी गए, लेकिन जत्थे ने सभी प्रभावित किसानों को चार गुना मुआवजा देने की घोषणा की है। स्थानीय विधायक और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने भी पहल का समर्थन किया है। परियोजना में सेवा टोल भी शामिल है, जहां यात्री अपनी इच्छा अनुसार योगदान देते हैं और बदले में उन्हें लंगर व चाय परोसी जाती है। इससे फंड जुटने के साथ ही समुदाय की भागीदारी भी बनी हुई है। कार सेवकों की अगली योजना सड़क के दोनों ओर 30 फुट चौड़ी पट्टी में विरासत वृक्ष लगाने, बाबा शिव राम से जुड़े ऐतिहासिक कुएं के संरक्षण और क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित संग्रहालय बनाने की है।

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