Amarnath Yatra 2025 : उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी बोले - हमें उम्मीद है कि अगली बार अमरनाथ यात्रियों का स्वागत पूर्ण राज्य में होगा
बनिहाल/जम्मू, 3 जुलाई (भाषा)
Amarnath Yatra 2025 : जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने बुधवार को कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस नीत सरकार को उम्मीद है कि अगली बार अमरनाथ यात्रियों का स्वागत पूर्ण राज्य में किया जाएगा। चौधरी ने यह टिप्पणी उस समय की जब उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक सज्जाद शाहीन और रामबन जिला विकास परिषद की अध्यक्ष शमशाद शान के साथ बनिहाल में अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं के पहले जत्थे का स्वागत किया।
अमरनाथ यात्रा के पहले जत्थे में शामिल 5,892 श्रद्धालुओं को आज सुबह जम्मू के भगवती नगर स्थित आधार शिविर से उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रवाना किया। यह जत्था कश्मीर घाटी पहुंचा जहां से तीन जुलाई से पवित्र गुफा मंदिर के लिए 38 दिवसीय यात्रा शुरू होगी। चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज हम उनका (श्रद्धालुओं का) स्वागत एक केंद्र शासित प्रदेश में कर रहे हैं। लेकिन हम भोले शंकर से प्रार्थना करते हैं कि वह हमारी सामूहिक प्रार्थना को सुनें, ताकि अगली बार जब ये श्रद्धालु आएं तो हम उनका स्वागत किसी केंद्र शासित प्रदेश में नहीं, बल्कि पूर्ण राज्य में करें।''
चौधरी ने कहा कि श्रद्धालुओं की रवानगी में कुछ देरी हुई क्योंकि उपराज्यपाल ने उनकी सुरक्षा के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया था। उन्होंने कहा, ‘‘हमें यही जानकारी मिली है और हम भी भोलेनाथ से प्रार्थना करते हैं कि जम्मू-कश्मीर की जनता और देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की इच्छाएं पूरी हों।'' उन्होंने कहा, ‘‘यह एक उत्सव है... हम बनिहाल में खड़े है जहां हिंदू, मुस्लिम और सिख सभी मिलकर श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए आए हैं। यही जम्मू-कश्मीर की खूबसूरती, भाईचारा और मेहमाननवाजी है।''
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए सुरक्षा बल और नागरिक प्रशासन तैनात हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था उपराज्यपाल देख रहे हैं, जबकि पानी और बिजली जैसी अन्य व्यवस्थाएं जम्मू-कश्मीर सरकार की जिम्मेदारी है और इनमें कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा सफल और शांतिपूर्ण होगी। जम्मू-कश्मीर और देश की जनता बहादुर है और गोलियों व बमों से नहीं डरती।''
चौधरी ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर सीमावर्ती राज्य है और हम हमेश अपने देश के साथ खड़े है। मैं लोगों को यह संदेश देने आया हूं कि जम्मू-कश्मीर देश के किसी अन्य हिस्से की तरह ही सुंदर और सुरक्षित है। हम अपने देशवासियों के साथ खड़े हैं और उन्हें जम्मू-कश्मीर में अपनेपन का अहसास होना चाहिए।'' जब श्रद्धालुओं के काफिले की आवाजाही के दौरान आम लोगों के आवागमन पर लगाई गई कुछ पाबंदियों के बारे में पूछा गया, तो उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के साथ उठाएंगे और समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हम नहीं चाहते कि किसी को कोई समस्या हो। यहां बीमार लोग हैं, छात्र हैं जिन्हें स्कूल-कॉलेज जाना होता है। लोगों को जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा करनी होती है।''