Alvida Rajvir Jawanda : वर्दी छोड़कर माइक थामा... जब आई पिता की मौत की खबर, स्टेज पर आंसू छुपाकर भी गाते रहे राजवीर
Alvida Rajvir Jawanda : ‘सरदारी', ‘सरनेम', ‘डाउन टू अर्थ' और ‘कंगनी' जैसे पंजाबी गानों के लिए मशहूर गायक व अभिनेता 35 वर्षीय राजवीर जवंदा दुनिया को अलविदा कह गए हैं। 11 दिन पहले एक सड़क हादसे के कारण राजवीर का मौहाली में इलाज चल रहा था, जिसके बाद आज उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके जाने से पूरी पंजाबी इंडस्ट्री शोक में डूब गई है।
पंजाब पुलिस में रह चुके थे कॉन्स्टेबल
लुधियाना के पोना गांव के रहने वाले जवंदा को ‘काली जवंदे दी' गीत से प्रसिद्धि मिली। सिंगिंग के साथ-साथ उन्होंने एक्टिंग में भी हाथ अजमाया। जवंदा ने 2018 में गिप्पी ग्रेवाल अभिनीत पंजाबी फिल्म ‘सूबेदार जोगिंदर सिंह', 2019 में ‘जिंद जान' और 2019 में ‘मिंदो तसीलदारनी' में अभिनय किया। जवंदा को बचपन से ही सिंगिंग का शौक था। हालांकि मनोरंजन जगत से जुड़ने से पहले वह पंजाब पुलिस में 8 साल कॉन्स्टेबल रह चुके हैं। साल 2019 में जब उन्हें लगा कि अब वो सिंगिंग में करियर बना सकते हैं तो उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़ दी।
स्टेज परफॉर्मेंस के दौरान हुआ पिता का निधन, फिर भी...
दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान एक स्टेज परफॉर्मेंस करते हुए उन्हें पिता के निधन की खबर मिली लेकिन उन्होंने पहले गाना कम्पलीट किया और फिर अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए। राजवीर के दादा सौदागर सिंह और पिता भी पुलिस में अफसर रह चुके थे। दादी सुरजीत कौर और पूर्व सरपंच मां परमजीत कौर जवंदा उन्हीं के साथ रहा करती थी। जवंदा की पत्नी अशविंदर कौर के अलावा उनके 2 बच्चे और एक बहन कमलजीत कौर भी है।
ऐसे मिली सिंगिंग की इस्प्रीरेशन
राजवीर ने ग्रेजुएशन और थिएटर एवं टेलीविजन में MA की डिग्री हासिल की थी। एक बार उनके गांव में दूरदर्शन टीम 'मेरा पिंड-मेरा खेत' की शूटिंग करने के लिए आई। तब राजवीर ने उन्हें दो लाइनें गाकर सुनाई थी। टीम ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था कि उनकी आवाज अच्छी है, जिसके बाद से ही राजवीर को झुकाव सिंगिंग की तरफ हो गया था।
बाइकिंग के शौक ने ली जान
राजवीर को बाइकिंग का बहुत शौक था इसलिए अक्सर वह समय निकालकर हिल स्टेशन पर निकल जाया करते थे। यही नहीं वह होटलों में रुकने की बजाए रोड़ साइड पर कैपिंग भी करते थे। कुछ महीने पहले ही उन्होंने नई BMW बाइक खरीदी थी, जिसका जिक्र उन्होंने अपने सोशल मीडिया पेज पर भी किया था। यही नहीं उन्होंने अपने एक गाने में भी बाइक का इस्तेमाल किया था। आखिरी बार भी वह इसी BMW बाइक पर थे। उन्होंने सभी सेफ्टी गियर्स भी पहने हुए थे लेकिन शायद किस्मत को कुछ ओर ही मंजूर था।
गांव के सरपंच हरप्रीत सिंह ने बताया कि राजवीर अपने 5 दोस्तों के साथ शिमला जाने के लिए निकले थे। राजवीर के आगे और पीछे 2-2 बाइक वाले थे लेकिन इसी दौरान उनके सामने अचानक सांड लड़ते हुए आ गए और उनका बैलेंस बिगड़ गया। राजवीर की बाइक गाड़ी से टकरा गई। इस हादसे में उन्हें सिर और रीढ़ की हड्डी पर गंभीर चोट आई। 11 दिन तक मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ने के बाद आखिरकार उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।