नयी दिल्ली, 14 जुलाई (एजेंसी) कांग्रेस ने ‘जुमलाजीवी’ और कई अन्य शब्दों को ‘असंसदीय अभिव्यक्ति’ की श्रेणी में रखे जाने को लेकर बृहस्पतिवार को सरकार पर ‘लोकतंत्र का अपमान’ करने का आरोप लगाया और कहा कि वह संसद के दोनों सदनों में इन शब्दों का इस्तेमाल करती रहेगी। मुख्य विपक्षी दल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से यह आग्रह भी किया कि वे इस फैसले पर पुनर्विचार करें। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की शासन शैली का सही वर्णन करने वाले शब्दों को बोलने पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘नये भारत के लिए यह नया शब्दकोष है।’ पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘मोदी सरकार की सच्चाई दिखाने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्द अब ‘असंसदीय’ माने जाएंगे। अब आगे क्या विषगुरु?’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने दावा किया, ‘सरकार की मंशा है कि जब वह भ्रष्टाचार करे, तो उसे भ्रष्ट नहीं बल्कि, भ्रष्टाचार को ‘मास्टरस्ट्रोक’ बोला जाए, 2 करोड़ रोजगार, किसानों की आय दुगनी जैसे जुमले फेंके, तो उसे जुमलाजीवी नहीं बल्कि ‘थैंक यू’ बोला जाए।’ उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘संसद में देश के अन्नदाताओं के लिए आंदोलनजीवी शब्द किसने प्रयोग किया था?’ राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि संसद की कार्यवाही के नियमों से जुड़ी पुस्तिका पहले से मौजूद है और इसके अतिरिक्त सरकार कुछ थोपना चाहती है तो उसे स्वीकारा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार को घेरने के लिए इन शब्दों का इस्तेमाल किया जाता रहेगा। पार्टी प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने संवाददाताओं से कहा, ‘लोकतंत्र का गला घोंटने का मैं गुजरात में गवाह रहा हूं जब नरेंद्र मोदी जी मुख्यमंत्री थे…आज तक किसी सदन में ‘जुमलाजीवी’, ‘भ्रष्ट’, ‘आप झूठ बोल रहे हैं’, ‘आप नौटंकी कर रहे हैं’ जैसे शब्दों और वाक्यों को असंसदीय नहीं माना गया। भाजपा के लोग विपक्ष में रहते हुए इन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे।’