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अक्षय तृतीया आज : खरीदारी, नये कार्यों के लिए विशेष शुभ दिन

कमलेश भट्ट चंडीगढ़, 29 अप्रैल हिंदू पंचांग के अनुसार आज बुधवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इसे अक्षय तृतीया भी कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन किए गये पुण्य कार्य दान, जप, तप...
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पंडित अनिल शास्त्री
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कमलेश भट्ट

चंडीगढ़, 29 अप्रैल

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हिंदू पंचांग के अनुसार आज बुधवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इसे अक्षय तृतीया भी कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन किए गये पुण्य कार्य दान, जप, तप और खरीदी गयी वस्तुओं का कभी क्षय नहीं होता, बल्कि उसमें निरंतर वृद्धि होती है। इसलिए इस दिन सोना-चांदी या अन्य वस्तुएं खरीदना, नये कार्यों की शुरुआत करना और विशेष रूप से दान-पुण्य करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

भविष्य पुराण और पद्म पुराण के अनुसार सतयुग तथा त्रेतायुग की शुरुआत अक्षय तृतीया के दिन ही हुई थी। भगवान विष्णु ने नर-नारायण, हयग्रीव और परशुराम के रूप में इसी दिन अवतार लिया था। ब्रह्माजी के पुत्र अक्षय कुमार का भी इसी दिन जन्म हुआ था। बद्रीनाथ धाम के कपाट भी अक्षय तृतीया के दिन ही खुलते हैं और श्री लक्ष्मी-नारायण की पूजा का विशेष महत्व रहता है। वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में वर्ष में केवल इसी दिन भगवान के चरण दर्शन होते हैं।

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अबूझ मुहूर्त, अत्यंत पुण्यदायी : पंडित अनिल शास्त्री के अनुसार अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त माना जाता है, यानी इस दिन कोई भी शुभ कार्य बिना मुहूर्त देखे किया जा सकता है। इस बार अक्षय तृतीया पर ग्रहों की विशेष युति से गजकेसरी, अक्षय, मालव्य जैसे शुभ योग बन रहे हैं। यह योग कुछ राशियों के लिए विशेष लाभकारी सिद्ध होंगे। इनमें धनु, सिंह और वृषभ राशियों के जातकों को विशेष लाभ, आर्थिक समृद्धि और मान-सम्मान की प्राप्ति होने की संभावनाएं हैं।

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इन चीजों की खरीदारी से भरेगा भंडार :

इस दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। ‘अक्षय’ का अर्थ होता है ‘जो कभी नष्ट न हो’, इसलिए इस दिन खरीदी गयी वस्तुओं में निरंतर वृद्धि होती है। केवल सोना-चांदी ही नहीं, बल्कि तुलसी का पौधा, रूई, मिट्टी का घड़ा, पीली सरसों के बीज, पीली कौड़ी और सेंधा नमक भी विशेष शुभ माने जाते हैं। तुलसी का पौधा नकारात्मकता दूर करता है, जबकि शांति और समृद्धि के लिए रूई (कॉटन) खरीदना अत्यंत शुभ है। सौभाग्य और तरक्की के लिए मिट्टी का घड़ा, धन और समृद्धि के लिए पीली सरसों के बीज, संपन्नता के लिए पीली कौड़ी और धन आकर्षण के लिए सेंधा नमक खरीदना शुभ माना गया है।

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पूजन का शुभ मुहूर्त :

तृतीया तिथि 29 अप्रैल रात 11:47 से शुरू हो चुकी है। यह आज (30 अप्रैल) रात 9:37 तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार आज अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। पूजन का शुभ मुहूर्त दोपहर 12:18 तक है, जबकि शुभ दिन होने के कारण खरीदारी पूरे दिन शुभ मानी गयी है।

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