IED blast : एलओसी के पास आतंकवादियों ने किया आईईडी विस्फोट, कैप्टन समेत 2 जवान शहीद
जम्मू, 11 फरवरी (भाषा)
जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास मंगलवार को संदिग्ध आतंकवादियों की ओर से किए गए एक आईईडी विस्फोट में सेना के कैप्टन समेत दो जवान शहीद हो गए, जबकि एक अन्य घायल है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब सेना की जम्मू स्थित ‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स' इकाई के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने सोमवार को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर ‘‘शत्रुतापूर्ण गतिविधियों'' का जायजा लिया था। सेना ने आईईडी विस्फोट में दो जवानों के शहीद होने की पुष्टि की और कहा हमारे जवानों ने क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है। तलाश अभियान जारी है।
जवान भट्टल इलाके में गश्त कर रहे थे, तभी अपराह्न तीन बजकर 50 मिनट पर एक अग्रिम चौकी के पास शक्तिशाली विस्फोट हुआ और वे इसकी चपेट में आ गए। घायल जवानों को अस्पताल ले जाया गया, जहां एक कैप्टन समेत दो सैन्यकर्मियों की मौत हो गई। विस्फोट में एक अन्य जवान घायल हो गया और उसकी हालत ‘‘खतरे से बाहर'' बताई जा रही है।
सेना की जम्मू स्थित ‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स' इकाई ने दोनों जवानों के सर्वोच्च बलिदान को सलाम किया। ‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स' ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि अखनूर सेक्टर के लालेली में बाड़ पर गश्त के दौरान ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस' (आईईडी) में धमाके की सूचना मिली, जिसमें दो जवान शहीद हो गए। व्हाइट नाइट कॉर्प्स दो वीर जवानों के बलिदान को सलाम करता है और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
सोमवार को नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में अग्रिम चौकी पर तैनात जवान पर सीमा पार से गोली चलाई गई, जिसके बाद उसे तुरंत सैन्य अस्पताल ले जाया गया। इससे पहले आठ फरवरी को केरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार जंगल से सेना के गश्ती दल पर आतंकवादियों ने गोलीबारी की थी, जो यहां घुसपैठ करने के प्रयास में थे। भारतीय सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलीबारी की और इसके बाद क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखने के लिए घुसपैठ रोधी ग्रिड को मजबूत कर दिया गया।