Akhilesh Yadav का आरोप- BJP ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव हार के डर से टाला, कहा- यह सिर्फ चुनाव नहीं चुनौती
अयोध्या, 3 फरवरी (भाषा)
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को “जनता और शासन के बीच सीधा मुकाबला” बताते हुए कहा कि यह सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि चुनौती है। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा ने हार के डर से जानबूझकर मिल्कीपुर उपचुनाव टाला, क्योंकि इस निर्वाचन क्षेत्र ने हमेशा समाजवादियों का समर्थन किया है।
मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद के समर्थन में अयोध्या में आयोजित एक जनसभा में अखिलेश ने कहा कि मिल्कीपुर उत्तर प्रदेश की राजनीति के भविष्य के लिए एक मजबूत संदेश देगा। यह सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि एक चुनौती है। भाजपा जानती थी कि मिल्कीपुर के लोग समाजवादियों का साथ कभी नहीं छोड़ सकते, इसलिए उन्होंने सुनिश्चित किया कि चुनाव टल जाए। जो लोग चुनाव से भागेंगे, जनता उन्हें मिल्कीपुर से बाहर निकालने का काम करेगी।
पिछले साल लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर समेत नौ विधानसभा क्षेत्रों के विधायकों के सांसद चुने जाने और कानपुर के एक विधायक को अदालत से सजा सुनाए जाने के बाद 10 सीट पर उपचुनाव होना था। हालांकि, मिल्कीपुरसीट से जुड़ा मामला अदालत में लंबित होने की वजह से निर्वाचन आयोग ने सिर्फ नौ सीट पर उपचुनाव कार्यक्रम घोषित किया।
अब मिल्कीपुर में पांच फरवरी को मतदान होना है, जबकि नतीजे आठ फरवरी को आएंगे। अखिलेश ने कहा, “मिल्कीपुर में समाजवादियों का कुंभ हो रहा है। यह कुंभ एक बार फिर सांप्रदायिक राजनीति को हमेशा के लिए खारिज करने का काम करेगा।” मिल्कीपुर का चुनाव, सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि चुनौती भी है। यहां ‘जनता बनाम शासन' मुकाबला होने जा रहा है। उन्होंने भाजपा सरकार पर बुनियादी मुद्दों पर विफल रहने और विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया।