दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 31 अगस्त
हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा की गठबंधन सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने पूर्व सांसद डॉ़ अजय सिंह चौटाला को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। सोमवार को पंचकूला स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पहली बैठक में सर्वसम्मति ने यह फैसला हुआ। बैठक के बाद पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह ने अजय चौटाला के नाम का ऐलान किया।
इस दौरान डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राधेश्याम शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान, अनंतराम तंवर, डॉ़ ईश्वर सिंह, डॉ़ सतबीर सिंह कादियान, तेलूराम जोगी, राव कंवर सिंह, फूलवती देवी, राष्ट्रीय प्रचार सचिव दलबीर धनखड़, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मंत्री हर्ष कुमार, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक पिरथी नंबरदार, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक राजदीप फौगाट मुख्य रूप से मौजूद रहे।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राष्ट्रीय महासचिव कमलेश सैणी, राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा, राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक पूर्ण सिंह डाबड़ा, राष्ट्रीय महासचिव सूरजीत सिंह सौंढ़ा, राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व सीपीएस अनिता यादव, राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक गंगा राम, राष्ट्रीय सचिव विजय प्रकाश, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश सूटा, प्रदेश कार्यालय सचिव रणधीर सिंह आदि मौजूद रहे।
अजय सिंह अभी तक पार्टी के संरक्षक पद पर थे। पिछले दिनों ही पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर पदाधिकारियों की घोषणा की थी। इस दौरान डॉ़ अजय सिंह ने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी उन्हें दी है, वे उसे निभाते हुए एक-एक कार्यकर्ता को साथ लेकर पार्टी को और मजबूत करने का काम करेंगे। अजय सिंह इनेलो में प्रधान महासचिव पद पर रहे। उन्होंने 2009 में इनेलो में रहते हुए पूरे प्रदेश में ‘जन-आक्रोश पदयात्रा’ निकाली थी।
नांगल-चौधरी में राजस्थान बार्डर से सटे रायमलिकपुर से लेकर चंडीगढ़ तक करीब 600 किमी की अजय सिंह की एक माह की पदयात्रा का सीधा असर प्रदेश के विधानसभा चुनाव-2009 पर पड़ा। पार्टी 9 सीट से 32 सीटों पर पहुंच गई थी। अजय ने 1989 में अपना पहला चुनाव राजस्थान की दाता रामगढ़ की विधानसभा सीट से जीता था। इसके बाद राजस्थान की नोहर विधानसभा सीट से 1998 में लड़ा और वे जीतकर राजस्थान में दूसरी बार विधायक बने। 1999 में अजय भिवानी लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बने और 2004 में वे राज्यसभा के सदस्य चुने गए।