Air India Emergency Landing : इंजिन ने बिगाड़ा प्लान... मुंबई पहुंचने से पहले ही थमी उड़ान, कोलकाता में हुई इमरजेंसी लैंडिंग
कोलकाता, 17 जून (भाषा)
Air India Emergency Landing : एअर इंडिया ने अपनी सैन फ्रांसिस्को-मुंबई उड़ान के एक इंजन में तकनीकी खराबी आने के कारण इसे कोलकाता में निर्धारित ठहराव पर ही समाप्त कर दिया। उड़ान को समाप्त किए जाने के कारण नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया और ‘बोइंग777-200 एलआर' के 211 यात्री, अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने में लग गए कि उन्हें जल्द से जल्द उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली इस विमानन कंपनी ने कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। यह घटना 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की उड़ान के उड़ान भरने के कुछ सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के कुछ दिनों बाद हुई है। सूत्रों ने बताया कि एअर इंडिया फंसे हुए यात्रियों को मुंबई ले जाने के लिए "विशेष व्यवस्था" कर रही है। फिलहाल इस बारे में और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
आमतौर पर एअरलाइन सैन फ्रांसिस्को से सीधे मुंबई के लिए उड़ान भरती है, लेकिन पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र के बंद होने सहित अन्य भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण एअर इंडिया को अपना मार्ग बदलना पड़ा और कोलकाता में "तकनीकी रूप से रुकना" पड़ा। सूत्रों के अनुसार, लैंडिंग के बाद की नियमित जांच के दौरान तकनीकी खामी का पता चला जिसके बाद विमानन कंपनी ने व्यापक जांच का निर्णय लिया।
विमान में मौजूद ‘पीटीआई-भाषा' के एक संवाददाता ने बताया कि विमान को मुंबई के लिए रात दो बजे रवाना होना था, लेकिन यात्रियों को 2.40 बजे के बाद खामी का पता तब चला जब चालक दल ने बताया कि बाएं इंजन में समस्या है। संवाददाता ने बताया कि इस घोषणा के साथ एक विशेष वादा भी किया गया था कि इस खामी को ठीक करने में 25 मिनट तक का समय लगेगा।
हालांकि, जैसे-जैसे समय बीतता गया, मुंबई से ‘कनेक्टिंग फ्लाइट' लेने वाले परेशान यात्रियों ने चालक दल से काम की प्रगति के बारे में पूछताछ शुरू की लेकिन कोई उन्हें स्पष्ट जवाब नहीं मिला। संवाददाता ने बताया कि अगली घोषणा सुबह 4.20 बजे हुई, जिसमें पायलट ने खामी को ठीक करने के लिए 15-20 मिनट का और वक्त मांगा लेकिन खामी दूर नहीं हुई।
अंत में, एअर इंडिया के एक अधिकारी ने घोषणा की कि मुंबई जाने वाली अधिकांश उड़ानें भरी हुई हैं और उन्होंने अधिकांश यात्रियों को होटल में ‘चेक-इन' करने के लिए राजी कर लिया। यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था करने के साथ ही उन्हें होटल में भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई।