नयी दिल्ली, 17 जून (ट्रिन्यू/एजेंसी)
सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शनों का सिलसिला थम नहीं पाया है। इसके चलते अब तक 200 से अधिक ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं। विरोध प्रदर्शन कहीं-कहीं बहुत उग्र हो गए हैं। सिकंदराबाद में आरपीएफ की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। आक्रोशित युवाओं के प्रदर्शन के दौरान बिहार में दो, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना में एक-एक समेत 7 ट्रेनों में आग लगा दी गई। विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति में तोड़फोड़ की गई और राजमार्गों तथा रेलवे लाइन को अवरुद्ध कर दिया गया। हरियाणा समेत देश के विभिन्न हिस्सों में उग्र प्रदर्शन हुए। हरियाणा में अनेक युवाओं ने सड़कों पर टायर जलाए और कुछ युवा नरवाना में रेल पटरियों पर बैठ गए और जींद-बठिंडा रेल मार्ग को अवरुद्ध कर दिया। रोहतक, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, जींद समेत अनेक इलाकों में हिंसक प्रदर्शन के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी। हाईवे पर वाहनों पर पथराव हुआ। पुलिस के मुताबिक हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर एक हजार से अधिक युवाओं पर केस दर्ज किया गया है और कुछ को गिरफ्तार किया गया है। कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया।
इस बीच, दक्षिण रेलवे ने कहा कि आंदोलन और आगजनी को देखते हुए बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों को बीच में ही रोक दिया जाएगा। इससे पहले, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से रेलवे संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह किया। प्रदर्शन प्रभावित इलाकों की जिन ट्रेनों पर नजर है उनमें हावड़ा-नयी दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस, हावड़ा-लालकुंआ, रांची-पटना पाटलिपुत्र, दानापुर-टाटा एक्सप्रेस, हावड़ा-धनबाद ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस, आसनसोल -टाटा, जयनगर-हावड़ा और मालदा टाउन-किऊल एक्सप्रेस शामिल हैं। इनके अलावा मालदा टाउन-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस और हावड़ा-नयी दिल्ली दूरंतो एक्सप्रेस रद्द कर दी गयी हैं।
पटना में प्रदर्शकारियों ने भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के घर पर हमला किया। सिकंदराबाद में, करीब 300-350 लोगों की भीड़ ने एक यात्री ट्रेन के पार्सल कोच में आग लगा दी। सिकंदराबाद स्टेशन पर तोड़फोड़ कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गयी। एक अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने की।
सुनहरा अवसर, प्रदर्शन के बजाय तैयारी में जुटें : राजनाथ
रक्षा मंत्री ने राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ ही दिनों में सेना की भर्ती प्रक्रिया आरंभ होने वाली है। उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं से अपील की कि वे इसकी तैयारी में जुट जाएं। राजनाथ ने कहा, ‘केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई ‘अग्निपथ योजना’ भारत के युवाओं को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश सेवा करने का सुनहरा अवसर है। पिछले दो वर्षों से सेना में भर्ती की प्रक्रिया नहीं होने के कारण बहुत से युवाओं को सेना में भर्ती होने का अवसर नहीं मिल सका था।’
दो दिन में शुरू हो जाएगी भर्ती प्रक्रिया
सेना, भर्ती के लिए प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर दो दिनों के भीतर ‘अग्निपथ’ योजना के तहत इसकी प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू कर देगी। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि सेना ने ‘अग्निपथ’ योजना के तहत रंगरूटों का प्रशिक्षण दिसंबर तक शुरू करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि सेना ने अगले साल जून तक इस नयी योजना के तहत भर्ती रंगरूटों के शुरुआती बैच को तैनात करने की योजना बनाई है। थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि सेना में भर्ती के लिए उम्र में एकबारगी छूट देने संबंधी सरकार के फैसले के बाद भर्ती प्रक्रिया की घोषणा जल्द की जाएगी। इस बीच, वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत वायुसेना के लिए चयन प्रक्रिया 24 जून से शुरू होगी।
‘अग्निपथ’ के बचाव में भाजपा ने शीर्ष नेता उतारे
रक्षा सेवाओं में भर्ती की ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों में हो विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने वरिष्ठ नेताओं को शुक्रवार को इस योजना के समर्थन में मैदान में उतारा। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने अधिकतम उम्र सीमा बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले की सराहना करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह निर्णय साबित करता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युवाओं की चिंताओं से वाकिफ हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ‘सरकार की मंशा बिल्कुल साफ है, सरकार संवेदनशील है, कुछ दिनों में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, आप सभी से निवेदन है कि तैयारी शुरू कर दें।’केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें वह अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में कुछ युवाओं से संवाद करते दिख रहे हैं। उन्होंने इसके साथ ही ट्वीट किया, ‘…भारत सरकार की अग्निवीर योजना हमारे युवाओं को सेना के माध्यम से देशसेवा करने व उन्हें रोज़गार-कौशल के अवसर उपलब्ध कराने का अभिनव प्रयास है।’
‘योजना तत्काल वापस लें’ : कांग्रेस ने ‘अग्निपथ’ योजना को देशहित के विरूद्ध करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि इस योजना को तत्काल वापस लिया जाए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं सरकार को देश के नौजवानों से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने यह भी कहा कि सेना की भर्ती की आयुसीमा में तीन साल की छूट दी जाए तथा जरूरत पड़े तो रक्षा एवं सेना से जुड़े पूरे मामले पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र या सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘देश की जनता क्या चाहती है, ये बात प्रधानमंत्री नहीं समझते क्योंकि उन्हें अपने ‘मित्रों’ की आवाज के अलावा कुछ सुनाई नहीं देता।’ कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह योजना सेना के हित में नहीं है। यह भारत के हित में नहीं है। इस सरकार को दूसरे देशों की नकल करने की आदत हो गई है।’