नयी दिल्ली/चंडीगढ़, 26 जून (ट्रिन्यू)
केंद्र के 3 नये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के 7 माह पूरे होने पर किसानों ने शनिवार को कई राज्यों में राज्यपालों के आवास तक मार्च निकालने का प्रयास किया। संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया कि हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और तेलंगाना समेत कुछ राज्यों में प्रदर्शन के दौरान किसानों को हिरासत में लिया गया। हरियाणा के कई हिस्सों से किसान पंचकूला में गुरद्वारा नाडा साहिब में जमा हुए और बैरिकेडों को पार करते हुए हरियाणा राजभवन की ओर बढ़े। लेकिन चंडीगढ़-पंचकूला सीमा पर उन्हें रोक लिया गया। उधर, मोहाली की तरफ से आये किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार की, लेकिन किसान बैरिकेड पार कर चंडीगढ़ में घुसने में सफल रहे। पुलिस ने उन्हें सेक्टर-17 के पास रोक लिया। वहां किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने पंजाब के राज्यपाल को देने के लिए चंडीगढ़ के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। हरियाणा के राज्यपाल के लिए गुरनाम सिंह चढ़ूनी और योगेंद्र यादव ने एक अन्य अधिकारी को ज्ञापन दिया। इसके बाद किसान नेताओं ने प्रदर्शनकारियों से लौटने की अपील की। उधर, यूपी के किसान दिल्ली सीमा पर गाजीपुर पहुंचे। भाकियू नेता राकेश टिकैत के नेतृत्व में उप राज्यपाल अनिल बैजल से ऑनलाइन बातचीत के बाद एक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।
आंदोलन खत्म करें, सरकार वार्ता के लिए तैयार : तोमर
नयी दिल्ली (एजेंसी) : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को ट्वीट किया, ‘किसानों को अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए… देश भर में कई लोग इन नये कानूनों के पक्ष में हैं। फिर भी, कुछ किसानों को कानूनों के प्रावधानों के साथ कुछ समस्या है, तो भारत सरकार उसे सुनने और उनके साथ चर्चा करने के लिए तैयार है।’