लगभग 7 साल पहले अस्तित्व में आई जननायक जनता पार्टी (जजपा) को प्रदेश में अपने खोए जनाधार की तलाश में एक बार फिर जींद की धरती की याद आई है। पार्टी ने लगभग 4 साल तक सत्ता में भागीदार रहने के दौरान जींद में कभी स्थापना दिवस पर रैली नहीं की। अब पार्टी जुलाना में 7 दिसंबर को स्थापना रैली करने जा रही है।
पूर्व सांसद डॉ. अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा की स्थापना 7 दिसंबर 2018 को जींद की धरती पर हुई थी। पार्टी ने पिंडारा गांव के पास रैली कर जबरदस्त सियासी माहौल बनाया था। पार्टी ने पहली चुनावी परीक्षा भी जींद में 30 जनवरी 2019 को हुए उपचुनाव में दी थी। इसमें पार्टी प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला भले ही भाजपा के डॉ. कृष्ण मिड्ढा से चुनाव हार गए थे, लेकिन मनोवैज्ञानिक रूप से पार्टी कांग्रेस और इनेलो को बहुत पीछे छोड़ दिया था। उसके लगभग 9 महीने बाद हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में जजपा ने जींद जिले की 5 में से 3 विधानसभा सीटों जुलाना, उचाना और नरवाना पर शानदार जीत हासिल की थी। जजपा जींद जिले में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। 2019 में कांग्रेस को सफीदों और भाजपा को केवल जींद सीट पर जीत से संतोष करना पड़ा था। उचाना से जीतने वाले दुष्यंत चौटाला के हाथ में सत्ता की चाबी आई और वह मनोहरलाल सरकार में डिप्टी सीएम बने।
2024 के विधानसभा चुनाव में जजपा को करारी हार मिली। उचाना से पार्टी प्रत्याशी दुष्यंत चौटाला भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय प्रत्याशी से भी पीछे रह गए थे। अब पार्टी अपने खोए जानधार की तलाश में है। इसके लिए जजपा 7 दिसंबर को जुलाना कस्बे में स्थापना दिवस पर रैली कर रही है। रैली की तैयारी के लिए दुष्यंत चौटाला से लेकर जुलाना से जजपा के पूर्व विधायक अमरजीत ढांडा और जींद हलका प्रधान सुनील कंडेला की पूरी टीम ने ताकत लगा दी है। अजय चौटाला भी जींद के दौरे कर रहे हैं।
जुलाना का रैली के लिए चयन खास रणनीति के तहत
पार्टी ने रैली के लिए जुलाना का चयन खास रणनीति के तहत किया है। एक तो जुलाना हलका जींद जिले में जजपा का 2019 में मजबूत गढ़ बनकर उभरा था। उससे पहले भी जुलाना पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल और पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला का मजबूत गढ़ रहा था। इसके अलावा, जुलाना की सीमा रोहतक जिले से लगती है, जहां 2 महीने पहले 25 सितंबर को इनेलो ने चौधरी देवीलाल के जन्मदिवस पर सम्मान दिवस रैली की थी। अब जुलाना में बड़ी रैली कर जजपा अपनी उस राजनीतिक विरासत को बचाने के प्रयास में है, जिसे वह चौटाला परिवार में हुई टूट के बाद अपने पाले में लाने में कामयाब रही थी।
जुलाना रैली बदलेगी प्रदेश की राजनीति : अमरजीत ढांडा
जुलाना के पूर्व जजपा विधायक और जुलाना रैली के संयोजक अमरजीत ढांडा ने कहा कि यह रैली प्रदेश की राजनीति को नयी दिशा देगी। इस रैली के बाद प्रदेश में जजपा के पक्ष में ऐसा माहौल बनेगा कि दूसरे दल जजपा से बहुत पीछे रह जाएंगे।

