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खरखौदा में लगेगा अडाणी का फूड प्रोसेसिंग प्लांट

चंडीगढ़, 31 अक्तूबर (ट्रिन्यू) अडाणी समूह हरियाणा में बड़ा निवेश करने की तैयारी में है। इस ग्रुप ने खरखौदा आईएमटी के नजदीक 80 एकड़ जमीन खरीदी है। इस पर 1600 करोड़ रुपये के फूड प्रोसेसिंग प्लांट के लिए हरियाणा सरकार...
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चंडीगढ़, 31 अक्तूबर (ट्रिन्यू)

अडाणी समूह हरियाणा में बड़ा निवेश करने की तैयारी में है। इस ग्रुप ने खरखौदा आईएमटी के नजदीक 80 एकड़ जमीन खरीदी है। इस पर 1600 करोड़ रुपये के फूड प्रोसेसिंग प्लांट के लिए हरियाणा सरकार की अनुमति के बाद काम शुरू हो सकता है। अडाणी समूह का यह प्लांट सिंगापुर की एक बड़ी कंपनी के सहयोग से स्थापित होगा। फूड प्रोसेसिंग प्लांट में आटा, तेल, घी, बिस्किट, मिलेट से तैयार होने वाले उत्पाद तैयार किए जाएंगे। यहां बता दें कि प्रदेश सरकार ने सभी 22 जिलों में एक उत्पाद योजना के तहत पहले से ही पॉलिसी बनाई हुई है।

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हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मंगलवार को इसका खुलासा करते हुए कहा कि कंपनी के आवेदन पर सरकार ने कुछ बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने ये उत्पाद तय किए हैं। इससे हरियाणा के छोटे-छोटे उद्यमियों को लाभ होगा। केंद्रीय मंत्रालय ब्रांडिंग और पैकेजिंग में मदद करेगा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश लगातार बढ़ रहा है। खरखौदा स्थित आईएमटी में मारुति सुजुकी द्वारा 800 एकड़ तथा सुजुकी मोटरसाइकिल द्वारा 100 एकड़ भूमि पर उद्योग लगाए जा रहे हैं। खरखौदा आने वाले दिनों में बड़ा औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश का निर्यात वर्ष 2022-23 में बढ़कर दो लाख 45 हजार 453 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। 18 हजार 422 करोड़ रुपये के निवेश से 1 लाख 59 हजार 622 उद्योग लगे तथा 12.60 लाख लोगों को रोजगार मिला है।

डिप्टी सीएम के अनुसार पानीपत में मेडिकल डिवाइस पार्क और हिसार में बल्क ड्रग्स पार्क स्थापित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि अडाणी ग्रुप के हरियाणा में आने से विकास के रास्ते खुलेंगे और लोगों को रोजगार मिलेगा। नारनौल में 700 मिलियन अमेरिकी डालर की लागत से 886 एकड़ में एकीकृत मल्टी माडल लाजिस्टिक हब बनाया गया है।

स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा

केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय की नीति लोकल उत्पादों को बढ़ावा देने की है। हरियाणा की बात करें तो यहां गुरुग्राम को आंवला तो फरीदाबाद को बेकरी उत्पाद के लिए चुना गया है। रेवाड़ी को सरसों आधारित उत्पाद तो नारनौल को मिर्च-मसालों के लिए चयनित किया है। सोनीपत को मशरूम आधारित उत्पादों के लिए चुना है। जींद को पोल्ट्री, नूंह को टमाटर, पंचकूला को अदरक और पानीपत को गाजर आधारित उत्पादों के लिए चयनित किया है। दूध आधारित उत्पादों के लिए अंबाला, चरखी दादरी, हिसार, झज्जर, कैथल, करनाल, पलवल और सिरसा तथा बेकरी उत्पाद के लिए कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, रोहतक का चयन हुआ है। साइट्रस फ्रूट उत्पादों के लिए भिवानी, फतेहाबाद का चयन हुआ है।

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