आस्था की राह में हादसा, मणिमहेश जाते समय पंजाब के 3 श्रद्धालओं की मौत; ऑक्सीजन की कमी वजह
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित मणिमहेश जाते समय पंजाब के 3 श्रद्धालुओं की कथित तौर पर ऑक्सीजन की कमी (हाइपोक्सिया) के कारण मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान पठानकोट के रहने वाले अमन (18) और रोहित (18) तथा गुरदासपुर के अनमोल (26) के रूप में हुई है।
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, ‘हाइपोक्सिया' के कारण एक श्रद्धालु की मौत रविवार रात और दो की मौत सोमवार को हुई। शवों को चंबा के भरमौर लाया जा रहा है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। भरमौर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) कुलदीप सिंह राणा ने बताया कि रविवार को बहाल हुई मणिमहेश यात्रा क्षेत्र में बारिश और भूस्खलन के बाद फिर स्थगित कर दी गई है। मणिमहेश यात्रा 17 अगस्त से 15 सितंबर तक होती है। मणिमहेश झील तक जाने का स्थापित मार्ग चंबा-भरमौर-हडसर मार्ग है।
इसके लिए हडसर से मणिमहेश तक 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है, और धनछो में रात्रि विश्राम करना पड़ता है। लाहौल-स्पीति, कांगड़ा और मंडी जिलों से मणिमहेश के लिए वैकल्पिक मार्ग भी उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त, मौसम विभाग ने सोमवार को चंबा जिले के कुछ इलाकों में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
उन्होंने जिला प्रशासन को संभावित भूस्खलन, सड़क अवरोधों या अचानक बाढ़ की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए ताकि निवासियों को कोई असुविधा न हो और आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति सुचारु रूप से होती रहे। प्रतिकूल मौसम के कारण एहतियात के तौर पर मणिमहेश यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई है।
जम्मू-कश्मीर के पठानकोट और डोडा के जिला आयुक्तों को भी सलाह दी गई है कि वे तीर्थयात्रियों को अपने जिलों में ही रहने दें और मौसम में सुधार होने तक सभी निर्देशों का पालन करें। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए नदियों और नालों के पास जाने से बचें। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी है।