US जाने के लिए पाकिस्तानी बन गया गुजरात का एसी पटेल, फिर ऐसे खुला राज
चंडीगढ़, 4 मार्च (ट्रिन्यू)
US deportation: गुजरात निवासी एसी पटेल अमेरिका में पाकिस्तान के मोहम्मद नजीर हुसैन बनकर पहुंचे थे। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद वहां प्रशासन ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान छेड़ा, जिसके तहत सैकड़ों भारतीयों को वापस भेजा गया।
आव्रजन नियमों में सख्ती के बाद एसी पटेल की पोल खुली। उनके पासपोर्ट पर मोहम्मद नजीर हुसैन लिखा था, जिससे अमेरिकी अधिकारियों को शक हुआ। जांच में सामने आया कि यह पासपोर्ट किसी पाकिस्तानी नागरिक का खोया हुआ असली पासपोर्ट था, जिसे पटेल ने अवैध रूप से इस्तेमाल किया।
एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी
12 फरवरी को फ्लाइट संख्या AA-292 दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंची, जिसमें एसी पटेल को अमेरिकी अधिकारियों ने वापस भेजा था। दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते ही दिल्ली पुलिस ने उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
दुबई में एजेंट से मिली मदद
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय आव्रजन अधिकारियों को यह देखकर बेहद हैरानी हुई कि पासपोर्ट असली था, लेकिन उसका उपयोग धोखाधड़ी से किया गया था। पूछताछ में पटेल ने स्वीकार किया कि उसने दुबई में एक एजेंट को पैसे देकर यह पहचान प्राप्त की थी।
पटेल का भारतीय पासपोर्ट 2016 में रद्द हो चुका था, जिसके बाद उसने इसे रिन्यू नहीं कराया। इसके बजाय, उसने मानव तस्करों की मदद से दुबई के रास्ते अमेरिका में अवैध रूप से घुसने की योजना बनाई, लेकिन उसकी यह तरकीब नाकाम रही। दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी और पासपोर्ट के दुरुपयोग का मामला दर्ज किया है।
अमेरिका से बढ़ती निर्वासन कार्रवाई
20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। इसके बाद से अमेरिका लगातार अवैध प्रवासियों को देश से निकालने की मुहिम चला रहा है।
अब तक चार फ्लाइट्स में कुल 344 भारतीय नागरिकों को वापस भेजा जा चुका है। 5 फरवरी को अमेरिकी एयरफोर्स का विमान 104 भारतीय नागरिकों को लेकर अमृतसर पहुंचा। 15 फरवरी को दूसरा विमान 116 नागरिकों के साथ आया, और 16 फरवरी को 112 भारतीय नागरिकों को लेकर तीसरी फ्लाइट उतरी। 24 फरवरी को तुर्की एयरलाइंस की फ्लाइट से 12 भारतीयों को वापस भेजा गया, जिन्हें पनामा से निर्वासित किया गया था।
भारत में अवैध यात्रा पर बढ़ती सख्ती
भारत में भी अवैध रूप से विदेश जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में शामिल मानव तस्करों और एजेंटों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।