अबू धाबी कैथल निवासी सिख को पगड़ी, कृपाण उतारने को किया मजबूर
चंडीगढ़, 3 जून (ट्रिन्यू)
अबू धाबी में पर्यटक वीजा पर गये एक सिख व्यक्ति को हिरासत में अपमानित करने के अलावा कृपाण और पगड़ी उतारने के लिए मजबूर किया गया। इस संबंध में मनप्रीत सिंह ने अपने पिता दलविंदर सिंह को प्रताड़ित किए जाने की शिकायत भारत सरकार के समक्ष दर्ज कराई है। मनप्रीत ने दर्दनाक अनुभव के बारे में ट्रिब्यून को बताया।
हरियाणा के कैथल निवासी अमृतधारी सिख वरिष्ठ नागरिक दलविंदर सिंह 21 अप्रैल, 2025 को पर्यटक वीजा पर अबू धाबी गए थे। उत्पीड़न तब शुरू हुआ जब उनका सामूिहक टूर बीएपीएस मंदिर गया, जहां अबू धाबी पुलिस ने दलविंदर सिंह को रोक लिया और उनसे कृपाण के बारे में पूछताछ की। टूर गाइड और मंदिर प्रबंधन द्वारा पुलिस को प्रतीकों के धार्मिक महत्व के बारे में समझाने के प्रयासों के बावजूद, अधिकारी आश्वस्त नहीं हुए। बताया गया कि हिरासत के दौरान दलविंदर सिंह को अमानवीय परिस्थितियों में रखा गया। उनकी पगड़ी, कड़ा और कंघ्ाा जबरन हटा दिया गया। शाकाहारी होने के बावजूद उन्हें मांसाहारी भोजन परोसा गया। उन्हें बिना पगड़ी के नंगे सिर निर्वासित किया गया। मनप्रीत ने भारत सरकार से अपील की है कि वह भारतीय नागरिकों के साथ खड़ी हो और सिख समुदाय के सम्मान, न्याय और धार्मिक स्वतंत्रता के मामले को संयुक्त अरब अमीरात में अपने समकक्ष के साथ उठाए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।