गाजियाबाद, 5 जनवरी (एजेंसी
गाजियाबाद के मुरादनगर के एक गांव में श्मशान घाट की छत गिरने के मामले में फरार ठेकेदार को उत्तर प्रदेश के मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों की सीमा से लगे एक गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे के अभियुक्तों के विरुद्ध एनएसए (रासुका) के तहत कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिये हैं। गाजियाबाद पुलिस ने सोमवार को मुरादनगर नगर पालिका की कार्यकारी अधिकारी निहारिका सिंह, जूनियर इंजीनियर चंद्र पाल और सुपरवाइजर आशीष को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। ये सभी इमारत निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया में शामिल थे। उन्हें 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि फरार ठेकेदार अजय त्यागी को साठेड़ी गांव में गंगा नहर पुल के पास से पकड़ा गया। एसपी (ग्रामीण) इराज राजा ने बताया कि इससे पहले पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर छापा मारा। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वालों को 25,000 रुपये के इनाम की घोषणा की थी। श्मशान घाट में जिस गलियारे की छत ढही है, उसकी मरम्मत और निर्माण के लिए करीब तीन महीने पहले त्यागी को 55 लाख का ठेका मिला था और 15 दिन पहले ही इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया था। इससे पहले इस गलियारे को बनाने में करीब 55 करोड़ रुपये की लागत की खबर आयी थी। एसपी ने कहा कि जांच जारी है, जांच के बाद भ्रष्टाचार के आरोप जोड़े जाएंगे।
मुआवजे का आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक मृतक के आश्रितों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद, प्रत्येक आवासहीन प्रभावित परिवार को एक आवास देने की घोषणा की है। साथ ही मुख्यमंत्री ने इस निर्माण कार्य से सरकारी धन को हुए नुकसान की भरपाई संबंधित ठेकेदार तथा अभियंताओं से करने को कहा है। रविवार को हुए हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई थी तथा कई अन्य घायल हो गये थे।